शशिकला समर्थको ने पालानिसामी को दल का नेता चुन लिया।, पन्नीरसेल्वम पार्टी से निकाले गए
चेन्नई। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (एआईएडीएमके) की महासचिव वी.के.शशिकला का समर्थन करने वाले विधायकों ने मंगलवार को यहां एक बीच रिसॉर्ट में ई.के.पालानिसामी को विधायक दल का नेता चुन लिया।
वहीं, शशिकला ने पार्टी महासचिव के रूप में अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए तमिलनाडु के कार्यकारी मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वमको एआईएडीएमके की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आय से अधिक संपत्ति मामले में शशिकला तथा उनके दो रिश्तेदारों की सजा बरकरार रखने के बाद यह आपात कदम सामने आया है। शशिकला को हाल में एआईएडीएमके के विधायक दल का नेता चुना गया था, ताकि वह पन्नीरसेल्वम की जगह प्रदेश की मुख्यमंत्री बन सकें।
स्वामी ने किया फैसले का स्वागत
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अन्नाद्रमुक महासचिव वी के शशिकला और अन्य को आय के ज्ञात स्त्रोतों से अधिक संपति के मामले में दोषी करार देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि 20 साल लंबे इंतजार का फल मिला है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किस दल ने भ्रष्टाचार किया है, अदालत कड़ा रूख अपनाएगी। जनता पार्टी के तत्कालीन प्रमुख के रूप में इस संबंध में 1996 में पहली शिकायत दर्ज कराने वाले स्वामी ने कहा, हम इसके लिए 20 साल लड़े हैं।
राज्यपाल की भूमिका
राज्यपाल पन्नीरसेल्वम और विधायक दल के नेता बनाए गए पलानी सामी दोनों को सदन में बहुमत सिद्ध करने का मौका दे सकते है। गौरतलब है कि अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने गवर्नर सी. विद्यासागर राव को एक दिन पहले ही सुझाव दिया था कि तमिलनाडु विधानसभा में एक हफ्ते में फ्लोर टेस्ट कराएं और दोनों को मौका दिया जाए।
पन्नीरसेल्वम की स्थिति
पन्नीरसेल्वम को उम्मीद है कि शशिकला के सजा के बाद ज्यादातर विधायक उनका साथ दे सकते है क्योंकि जयललिता ने उन्हे अपना उत्तराधिकारी बनाया था। डीएमके का साथ ले सकते है। डीएमके पास 8 9 विधायक हैं।
क्या है तमिलनाडु का राजनीतिक गणित
235 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 118 विधायकों की जरूरत पड़ती है। एआइएडीएमके के फिलहाल 134 विधायक हैं।