शरद यादव का राष्ट्रप्रेम सिर्फ है एक दिखावा, पुत्रमोह है का सारा हंगामा

राजनीती में चल रहे घमासान युद्ध में अब शरद यादव भी अपने बेटे को शामिल करना चाहते है। राजनीती में कई दिग्गज पहले से ही अपनी जगह बना चुके है ऐसे में शरद अपने बेटे शांतनु बुंदेला को अपनी गद्द्दी देकर उसे दिगज्जो के बीच खड़ा करना चाहते है। लेकिन शरद की ये इच्छा अधूरी होती दिख रही है। उनके इस फैसले से कई नेता नाखुश दिख रहे है। ऐसे में जदयू ने आरोप लगाते हुए कहा कि शरद यादव पुत्रमोह में नीतीश कुमार का विरोध कर रहे हैं।

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बता दें कि शांतनु बुंदेला दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक हैं। उन्होंने लंदन यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल पोलिटिक्स एंड रिलेशनशिप में मास्टर डिग्री हासिल की है। शरद को राजनीती में आये 70 साल के हो गये हैं। शरद यादव चार बार मधेपुरा सांसद रह चुके हैं। इसलिए मधेपुरा को शरद अपना चुनाव क्षेत्र मानते हैं। शरद लालू यादव और पप्पू यादव से हार भी चुके हैं। लेकिन फिर भी उन्हें इस क्षेत्र से बहुत लगाव है। अपने बेटे को भी शरद मेधापुर से ही खड़ा करना चाहते है।

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