व्रत में इस रेसिपी से बनाएं साबुदाने की खिचड़ी, स्वाद में लगेगा एकदम लाजवाब

सामग्री :
मूंगफली के दाने- ½ कप (भुनी हुई और दरदरी कुटी हुई)
साबूदाना- 1 कप (मध्यम आकार का)
आलू- 1 मध्यम आकार का (उबला और छोटे टुकड़ों में कटा हुआ)
घी या तेल- 2-3 बड़े चम्मच
जीरा- 1 छोटी चम्मच
हरी मिर्च- 1-2 (बारीक कटी हुई, स्वादानुसार)
अदरक- ½ इंच (कद्दूकस किया हुआ, वैकल्पिक)
सेंधा नमक- स्वादानुसार (व्रत के लिए) या सामान्य नमक
काली मिर्च पाउडर- ½ छोटी चम्मच (या स्वादानुसार)
नींबू का रस- 1 बड़ा चम्मच
हरा धनिया- 2 बड़े चम्मच (बारीक कटा हुआ, सजाने के लिए)
विधि :
सबसे पहले साबूदाने को एक छलनी में डालकर अच्छे से धो लें, जब तक कि पानी साफ न निकलने लगे। इससे साबूदाने का एक्स्ट्रा स्टार्च निकल जाता है और खिचड़ी चिपचिपी नहीं बनती।
धोए हुए साबूदाने को एक गहरे बर्तन में निकालें। अब इसमें इतना पानी डालें कि साबूदाना बस डूब जाए (लगभग 1 कप साबूदाने के लिए ¾ कप पानी)। ज्यादा पानी डालने से साबूदाना चिपचिपा हो सकता है।
इसे कम से कम 4-6 घंटे या रात भर के लिए ढककर छोड़ दें। साबूदाना इतना फूल जाना चाहिए कि आप उसे उंगली से दबाएं तो वह आसानी से टूट जाए। अगर साबूदाने में थोड़ा भी पानी बचा हो, तो उसे छलनी में डालकर निकाल दें।
अब मूंगफली के दानों को सूखा भूनकर ठंडा कर लें और फिर उन्हें दरदरा कूट लें।
दूसरी तरफ आलू को उबालकर, छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
अब एक कड़ाही या नॉन-स्टिक पैन में घी/तेल गरम करें। तेल गरम होने पर जीरा डालें। जब जीरा चटकने लगे, तो हरी मिर्च और कद्दूकस किया हुआ अदरक डालकर कुछ सेकंड भूनें।
अब इसमें कटे हुए उबले आलू डालकर हल्का सुनहरा होने तक भून लें।
भुने हुए आलू में भिगोया हुआ साबूदाना, सेंधा नमक और काली मिर्च पाउडर डालें।
सभी चीजों को हल्के हाथों से अच्छे से मिलाएं, ताकि साबूदाना टूटे नहीं।
अब कड़ाही को ढक दें और धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक पकने दें। बीच-बीच में एक-दो बार चला दें। साबूदाना को ज्यादा न पकाएं, क्योंकि इससे वह फिर से चिपचिपा हो सकता है। जब साबूदाना पारदर्शी दिखने लगे, तो समझ लीजिए कि वह पक गया है।
अब गैस बंद कर दें और नींबू का रस डालें। इसे अच्छे से मिला दें। नींबू का रस खिचड़ी को और भी खिला-खिला और स्वादिष्ट बनाता है। लास्ट में हरा धनिया डालकर गार्निश करें।