खिलाफ नहीं है, वीजा प्रतिबंध मुस्लिमों के: ट्रंप

वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शरणार्थियों और सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का बचाव किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रतिबंध मुस्लिमों पर नहीं लगाया गया है बल्कि अमेरिका को आतंकियों से सुरक्षित करने के लिए कदम उठाया गया है।
अमेरिका अपने यहां यूरोप जैसे हालात उत्पन्न होने देना नहीं चाहता है। राष्ट्रपति ने कहा कि 90 दिनों में मौजूदा नीतियों की समीक्षा करने के बाद सभी देशों के लिए वीजा जारी किया जाने लगेगा।
ट्रंप ने शुक्रवार को शासकीय आदेश जारी कर ईरान, इराक, सीरिया, लीबिया, यमन, सूडान और सोमालिया के नागरिकों के अमेरिका प्रवेश पर रोक लगा दी थी। अमेरिका के अलावा पूरी दुनिया में इसका विरोध हो रहा है। इसके बावजूद ट्रंप अपने निर्णय पर अडिग हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “यह मुस्लिमों पर प्रतिबंध नहीं है जैसा की मीडिया अपनी झूठी रिपोर्ट में दिखा रही है।
यह फैसला आतंकियों से देश को सुरक्षित रखने के लिए लिया गया है। दुनिया भर में 40 से ज्यादा मुस्लिम बहुल देश हैं। वे इस आदेश से प्रभावित नहीं हैं। सीरिया में मानवीय त्रासदी से जूझ रहे लोगों के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है। लेकिन, मेरी पहली प्राथमिकता अपने देश की सेवा करना और उसे सुरक्षित रखना है।
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इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर मैं हर पीड़ित लोगों की मदद के लिए रास्ते तलाश करूंगा।” इस बीच, ट्रंप के फैसले को लेकर अमेरिका में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। 16 राज्यों के अटॉर्नी जनरल ने ट्रंप के फैसले को असंवैधानिक करार देते हुए इसकी निंदा की है। साथ ही इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही है।
ट्रंप की ब्रिटेन यात्रा रोकने की मांग
लंदन। ब्रिटेन में डोनाल्ड ट्रंप की प्रस्तावित यात्रा को रद करने की मांग उठने लगी है। दौरा रोकने संबंधी अभियान पर सोमवार सुबह तक तक 9,03,834 लोग हस्ताक्षर कर चुके थे। नियमानुसार एक लाख से ज्यादा लोगों के समर्थन के बाद संसद संबंधित मुद्दे पर बहस कराने पर विचार कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय हित को देखते हुए प्रधानमंत्री टेरीजा मे ट्रंप की यात्रा रद नहीं करेंगी।
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ट्रंप के समर्थन में सऊदी
वाशिंगटन। सऊदी अरब ने सीरिया और यमन में सुरक्षित क्षेत्र बनाने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का समर्थन किया है। व्हाइट हाउस के अनुसार, ट्रंप ने सऊदी के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद और संयुक्त अरब अमीरात के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन जायद अल नाहयान से टेलीफोन पर बात कर समर्थन मांगा था।
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हालांकि, दोनों देशों में सुरक्षित क्षेत्र की रूपरेखा के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। वार्ता में सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका प्रवेश पर लगी रोक पर चर्चा नहीं हुई।