विवेक तिवारी हत्याकांड में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, कहा निवेशकों की निगाह में खराब हुई छवि

लखनऊ. एप्पल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या पर सियासी गलियारों में खलबली मची हुई है। यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वहीं मोदी व योगी सरकार के राज में बढ़ते अपराध और पुलिस की लापरवाही पर विपक्षी दल ने निशाना साधा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना को निंदनीय बता कर इसे अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों की निगाह में खराब छवि बताया है।
अखिलेश का ट्विट
उप्र में पुलिस ने एक आम आदमी की हत्या कर के साबित कर दिया है कि भाजपा सरकार में ‘एनकाउंटर’ की हिंसात्मक संस्कृति कितनी विकृत हो गयी है। एक मल्टीनेशनल कम्पनी के एम्पलॉयी के मारे जाने से अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की निगाह में भी प्रदेश की छवि विकृत हुई है।5 करोड़ रुपये मुआवजा दे सरकार
वहीं दूसरे ट्विट में उन्होंने 5 करोड़ की आर्तिक सहायता की बात कही है। साथ ही कहा है कि उप्र सरकार की परिवार की ज़िम्मेदारी क्या होती है, ये बात परिवारवाले ही जानते हैं। दुख की इस घड़ी में हम शोकाकुल परिवार के साथ खड़े हैं।वहीं समाजवादी पार्टी ने ट्विट किया है कि पीड़ित परिवार को 5 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाना चाहिए। दोषी पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई भी होनी चाहिए।इस पूूरी घटना पर कांग्रेस नेता राज बब्बर ने भी भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि गोलीकांड मामले में सरकार को शर्म आनी चाहिए। सीएम योगी ने पुलिस की वर्दी में गुंडों की फौज पाल रखी है।
पूरा मामला एक नजर में
शुक्रवार देर रात एप्पल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी को पुलिस कांस्टेबल ने गोली मार दी। गोली लगने से उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई जिससे कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई। लखनऊ के पॉश इलाके गोमती नगर में गांड़ी न रोकने पर एक पुलिस कांस्टेबल ने कथित तौर पर गोली चला दी। हालांकि, अपने बचाव में गोली मारने वाले कांस्टेबल प्रशांत चौधरी ने बताया कि उन्होंने ऐसा अपने दबाव में किया है। घटना रात के 2 बजे की है। विवेक शुक्रवार रात आईफोन की लॉंचिंग कर लौट रहे थे। गोली मारने वाले प्रशांत चौधरी का कहना है कि उसने कार की लाइट्स ऑफ देखी। गाड़ी रोकने की कोशिश की गई लेकिन गाड़ी रूकी नहीं। ऐसे में गोली चला दी। गोली चलाने वाले दो कांस्टेबल थे, जिसमें से दूसरे का नाम संदीप है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।





