विभाग में आउटसोर्सिग के माध्यम से हुई भर्तियों में की गई मनमानी….
स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिग के माध्यम से हुई भर्तियों में मनमानी की गई। नियमों को ताक पर रखकर ब्लड बैंक में काउंसलर व कंप्यूटर ऑपरेटर सेवा प्रदाता के माध्यम से रख लिए गए। पोल खुलने के बाद अब संबंधित कर्मियों को हटाकर उन्हें सेवा प्रदाता को वापस कर दिया गया है। पत्रावली खंगाली जा रही है।

पिछले साल उप्र राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी पिकप भवन के माध्यम से काउंसलर व अन्य पदों पर नियुक्ति का आदेश दिया गया था। नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होती, इसी बीच आदर्श चुनाव आचार संहिता लग गई। इसी का फायदा उठाकर अफसरों ने मनमानी का खेल कर दिया। सोसायटी को जानकारी दिए व अनुमति लिए बगैर ही अफसरों ने सेवा प्रदाता कंपनी के माध्यम से 27 फरवरी को काउंसलर व कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर आउटसोर्सिग के माध्यम से कर्मचारियों की तैनाती कर दी।
ऐसे हुआ राजफाश
ब्लड बैंक प्रभारी राजकुमार चौधरी ब्लड बैग लाने के लिए पिछले दिनों सोसायटी गए थे। वहां पर अधिकारियों ने उनसे काउंसलर की नियुक्ति न होने के बाबत जानकारी लेनी शुरू कर दी। इस पर उन्होंने बताया कि काउंसलर तैनात हैं। इस पर सभी ने हैरानी जताई। जानकारी प्रमुख अधीक्षक को दी गई। पत्रावली मंगाई गई तो सब सामने आ गया। संबंधित कर्मियों को हटा दिया गया।
वर्जन
मामला संज्ञान में आया है। संबंधित कर्मियों को हटा दिया गया है। फाइल मंगाई जा रही है। किस स्तर से चूक हुई, यह देखा जा रहा है।
– डॉ. अरुण लाल, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल, गोंडा
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प्रकरण गंभीर है। नियमों का पालन न करने का मामला है। प्रमुख अधीक्षक को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
– डॉ. सतीश कुमार, अपर निदेशक स्वास्थ्य, देवीपाटन





