विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 22 दिसंबर को आ सकती हैं वाराणसी, व्यवस्थाएं सुधारने में जुटा प्रशासन

प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियों को जानने के लिए 22 दिसंबर को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज वाराणसी आ सकती हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से प्रशासन को सूचना दी गई है। वाराणसी  प्रशासन अब सम्मेलन से जुड़ी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गया है। माना जा रहा है वाराणसी दौरे पर 29 दिसंबर को प्रधानमंत्री भी प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा कर सकते हैं।

विदेश मंत्रालय आयोजन स्थलों पर हो रहे काम की मानिटरिंग कर रहा है। 21 से 23 जनवरी तक होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में सात हजार मेहमान वाराणसी आएंगे। अब तक तीन हजार मेहमानों ने विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर पंजीकरण कराया है।
ऐसे में प्रवासियों की मेहमाननवाजी को बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। वाराणसी में पहली बार हो रहे आयोजन को लेकर विदेश मंत्रालय बेहद सक्रिय है। यही कारण है कि विदेश मंत्री भी तैयारियों को लेकर आश्वस्त होना चाहती हैं।
जनरेटर से रोशन होगी टेंट सिटी

जनवरी में 21 से 23 तक होने वाले विश्व प्रवासी भारतीय सम्मेलन में टेंट सिटी में विद्युत आपूर्ति जनरेटर से की जाएगी। विद्युत विभाग से कनेक्शन लेकर बिजली का इस्तेमाल करना काफी महंगा होने के कारण जनरेटर से विद्युत आपूर्ति का निर्णय लिया गया है। यहां सभी व्यवस्थाएं पूरी होने के बाद विद्युत विभाग की ओर से लाइटिंग की जांच होगी। इसके बाद वहां जनरेटर से विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

ऐढ़े में टेंट सिटी बनाई जा रही है। जहां पर सारी व्यवस्थाएं पूरी होने के बाद बिजली का कनेक्शन दिया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से भी जनरेटर से होने वाली आपूर्ति बेहतर और निर्बाध होगी। जनरेटर का इस्तेमाल करने पर केवल डीजल का खर्च आएगा। हालांकि यह खर्च बिजली विभाग द्वारा विद्युत आपूर्ति में किए जाने वाले खर्च से कम होगा।

इस नाते आयोजक समिति ने जनरेटर से ही विद्युत आपूर्ति का निर्णय लिया है। इस बारे में बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता आशीष अस्थाना ने कहा कि ऐढ़े के टेंट सिटी में बिजली की व्यवस्था कराने का खर्च काफी अधिक आ रहा है, इसे देखते हुए टेंट सिटी में विद्युत आपूर्ति के लिए जनरेटर का इस्तेमाल करने की बात हुई है।

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