विचार मंथन : यदि लगता है की आप अकेले है तो सबसे पहले आकाश की तरफ देखे, पूरा ब्रह्माण्ड आपका साथ देने के लिए तैयार है- भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम

सपने हमारे तभी तभी सच हो सकते है जब सपनो को पूरा करने के लिए अपनी नीद तक का त्याग कर दें । पहली बार की सफलता हमारी किस्मत पर निर्भर हो सकती है लेकिन बार बार की सफलता हमारे मेहनत और लगन का ही परिणाम होता है । ”जीवन में सुख का अनुभव तभी प्राप्त होता है जब इन सुखों को कठिनाईओ से प्राप्त किया जाता है” । ”सबके जीवन में दुःख आते है बस इन दुखों में सबकी धैर्य की परीक्षा ली जाती है” । ”अच्छे विचार ही हमारे धन होते है और इन विचारों पर चलने के लिए हिम्मत हमारी रास्ता बनाती है और अथक प्रयाश ही आखिरी समाधान होता है” । यदि लगता है की आप अकेले है तो सबसे पहले आकाश की तरफ देखे, पूरा ब्रह्माण्ड आपका साथ देने के लिए तैयार है- सिर्फ आपको मेहनत करने की जरूरत पड़ती है ।
 
”अगर हम अपने सफलता के रास्ते पर निराशा हाथ लगती है इसका मतलब यह नही है की हम कोशिश करना ही छोड़ दे क्यूकी हर निराशा और असफलता के पीछेही सफलता छिपी होती है” । ”जीवन में सफलता का आनंद तभी आता है जब कोई सफलता कठिनाई से प्राप्त की जाती है” । समाज को तीन लोग ही भ्रष्टाचार मुक्त बना सकते है – माता , पिता और गुरु । चेहरे से खूबसूरत होना बड़ी बात नही है दिल से खूबसूरत होना बड़ी बात है क्यूकी मदद के लिए हमेसा आगे हाथ दिल से खूबसूरत वाले ही लोग ही करते है ।
 
हम अपना भविष्य बदल न पाए ये अलग बात है लेकिन अपना वर्तमान को सबसे अच्छा बना सकते है ये हमारे हाथ में है । अगर आप में आत्मविश्वास और मेहनत है तो आप कभी भी असफलता को हरा सकते है । काम करना और जिम्मेदारी उठाना जिम्मेदार पुरुषों की निशानी है यदि आप ऐसा नही कर रहे है तो आप अपनी जिम्मेदारी का बोझ दुसरो पर दे रहे है । हम किसी को आसानी से हरा सकते है लेकिन किसी को जिताना उतना ही मुश्किल होता है । विधार्थियो के सबसे अच्छे गुण है सवाल पूछना । काला रंग सबको बुरा लगता है लेकिन ब्लैकबोर्ड के काला रंग ही हमारा भविष्य चमकीला और चमकदार बनाता है । जब आपके हस्ताक्षर औटोग्राफ में बदल जाए तो समझिये की आप सफलता के रास्ते पर चल पड़े है ।
 
देश का सबसे होनहार स्टूडेंट क्लास के आखिरी बेंच पर भी मिल सकता है बस आप इनकी अपेक्षा कभी मत करिये । जिंदगी में नकरात्मक भावो का कोई स्थान नही होता है इसलिए नकरात्मक विचारों को कभी भी मत हावी होने दो । युवाओं को जॉब पाने के बजाय जॉब देने वाला बनने के बारे में सोचना चाहिए । तभी हम अपने देश को विकसित राष्ट्र बना सकते है । हमारे जाने के बाद हमे लोग तभी याद कर सकते है जब अपने आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ अच्छा किया हो । “अगर सूर्य की तरह चमकना है तो सबसे पहले सूर्य की जलना भी सीखना चाहिए ।
 
डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के विचारों से हम सब भी प्रेरणा लेते हुए अपने जीवन में अपने और अपने देश के लिए सफलता की नयी राह लिखे जो सबके लिए अनुसरणीय बन जाए ।

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