विंटर वेकेशंस में फैमिली के साथ मस्ती के बेस्ट है ये…पिकनिक का आइडिया
यूं तो छुट्टियां नन्हें उस्तादों के लिए हमेशा ही मस्ती का पैगाम लेकर आती हैं लेकिन विंटर वेकेशंस की बात ही कुछ और है। खिली-खिली धूप में दोस्तों के साथ खेलने, मनपसंद चीज़ें खाने और खुले आकाश के नीचे नाचने-गाने की छूट विंटर वेकेशंस के हर दिन को पिकनिक में तब्दील कर देती है। मस्ती के इन लमहों में अगर मम्मी-पापा का साथ मिल जाए, वे भी साथ खेले, खाएं और गुनगुनाएं तो वेकेशंस यादगार बन जाती हैं। तो आइए विंटर वेकेशंस में एक दिन पिकनिक प्लान कर बच्चों को दें यादगार तोहफा।
सबसे पहले छुट्टियों का कैलेंडर देखें और तय करें कि कब पिकनिक के लिए जाया जा सकता है। सैटरडे या संडे पिकनिक के लिए बेहतर रहेगा। दिन तय होने के बाद घर के नन्हें सदस्यों से पूछें कि उनके कौन-कौन से दोस्त पिकनिक पर जाने के लिए उत्सुक हैं। दोस्तों के नाम जानने के बाद उनके पेरेंट्स से बात कर आगे का प्रोग्राम तय करें। हो सकता है, कुछ बच्चों के पेरेंट्स पिकनिक पर चलने में असमर्थता जताएं। उनसे सुबह अपने दुलारे को आपके घर तक छोडऩे और शाम को आपके ही घर से वापस लेने के लिए कहें।
इसके बाद पिकनिक के लिए जगह चुनें। अगर घर के आसपास कोई बड़ा पार्क हैं और वहां बच्चों के खेलने के लिए खुला मैदान, झूले वगैरह हो, तो वहां पिकनिक मनाना सबसे अच्छा रहेगा। घर के नज़दीक होने से आने-जाने में तो आसानी होगी ही, बच्चों को भी खेलने-कूदने के लिए पर्याप्त समय मिल सकेगा। जगह तय होने के बाद बजट बनाएं और खर्च को पिकनिक पर जा रहे परिवार आपस में बांट लें। अब ज़रूरी सामान की लिस्ट बनाएं, जैसे- प्रोफेशनल कैमरा, म्यूजि़क सिस्टम, रग्स, चटाई, पिकनिक ब्लैंकेट, फोल्डिंग स्टूल्स, व्हाइट चादर, पीने का पानी, डिस्पोज़ेबल प्लेट्स, ग्लास, स्पून्स, टिशू पेपर, बच्चों के लिए चिप्स, चॉकलेट, टॉफीज़ आदि। सभी बच्चों के पेरेंट्स को इनमें से कुछ-कुछ सामान की व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंप दें। जैसे किसी को सामान अरेंज करने का जिम्मा दें तो किसी को गेम्स प्लैन करने का। ग्रुप की सभी लेडीज़ को खाने-पीने की चीज़ें प्लान और अरेंज करने के लिए कहें। व्यवस्थाओं के बाद पिकनिक स्पॉट पर पहुंचने का टाइम तय करें।
पिकनिक डे
पिकनिक वाले दिन समय से सब पार्क में पहुंचकर बैठने के लिए चटाई, रग्स, चादर आदि बिछाएं। बैठने की व्यवस्था इस तरह करें कि गोल घेरा बन जाए। उसी गोल घेरे में बच्चों को भी बैठाएं। फिर सब अपना-अपना परिचय दें। बच्चों को भी इस प्रक्रिया में शामिल करें। हालांकि, इस समय उन्हें खेलने की जल्दी होगी लेकिन उन्हें समझाएं कि इसके बाद सब लोग मिलकर उनके पसंदीदा गेम्स खेलेंगे। इसी दौरान चाय-कॉफी, सूप वगैरह सर्व कराएं। परिचय और रिफ्रेशमेंट के बाद बारी खेलों की आएगी।
मस्ती के पल
खेलों की शुरुआत दौडऩे, फुटबॉल-बास्केट बॉल आदि से करें, क्योंकि सभी बच्चे इन्हें एक साथ खेल सकते हैं। जब बच्चे खेलते-खेलते थकने लगें तो छोटा-सा ब्रेक लें और कुछ खाने के लिए उन्हें दें। दस मिनट आराम के बाद फिर से गेम्स शुरू करें। टग ऑफ द वार, आई-स्पाई आदि पर फोकस करें। इन गेम्स के बाद लंच ब्रेक का ऐलान करें। लंच के बाद म्यूजि़कल चेयर, अंताक्षरी, क्विज़ आदि के लिए सबको इकट्ठा करें। इन गेम्स से जब मन भर जाए तो म्यूजि़क चलाएं और छोटे-बड़े सब मिलकर खूब नाचे-गाएं और गुनगुनाएं।
फूड हो सबका फेवरेट
मेन्यू को तीन कैटेगरी में बांटें और हर कैटेगरी में वह चीज़ें रखें, जो रूटीन से हटकर हो और उन्हें बच्चे-बड़े सब आसानी से खा सकें। सबसे पहले रिफ्रेशमेंट के लिए चाय, कॉफी, जूस के साथ हल्के-फुल्के स्नैक्स रखें। लंच के लिए थोड़ी हैवी चीज़ें बेहतर रहेंगी। शाम की चाय के लिए बिस्किट, वेफर्स, चिप्स जैसे लाइट स्नैक्स रख लें। साथ में पीने के लिए पानी की बोतलें और बीच-बीच में बच्चों को रिफ्रेशमेंट देने के लिए कैंडीज़, चॉकलेट, जूस, चिप्स आदि की व्यवस्था भी करें।