वापस होगा नागरिकता कानून? राष्ट्रपति से मिला एकसाथ पूरा विपक्ष

नई दिल्ली। नागरिकता कानून और इसके विरोध में देशभर में हो रहे प्रदर्शनों को लेकर विपक्षी दल के नेताओं का एक समूह कांग्रेस पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी की अध्यक्षता में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला। यह मुलाकात हाल ही में दिल्ली के सीलमपुर में हुए विरोध प्रदर्शन के बीच हुई है। प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं। प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंक रहे थे।
वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद सोनिया ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि वह मौजूदा हालात को देखते हुए इसमें दखल दें। हमने दिल्ली में देखा कि पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर किस तरह कार्रवाई की। हम इसकी निंदा करते हैं।
टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि वह सरकार से नागरिकता कानून वापस लेने को कहें क्योंकि इससे सिर्फ गरीब लोग प्रभावित हो रहे हैं। सीपीएम के सीताराम येचुरी ने कहा कि हमने कहा कि वह इस सरकार को संविधान का उल्लंघन करते नहीं देख सकते। हमें इसकी चिंता है। राष्ट्रपति सरकार को इस कानून को वापस लेने की सलाह दें।
विपक्ष के नेताओं ने सोमवार को कहा था कि वे जामिया हिंसा, नागरिकता कानून के मुद्दे पर राष्ट्रपति के समक्ष शिकायत दर्ज कराएंगे। बता दें कि जामिया विवाद पर दिल्ली में सियासत गर्म है। छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर माहौल गर्म है। मामला कोर्ट तक पहुंच गया है। वहीं, विपक्ष इसे लेकर सरकार पर हमलावर है।
वहीं, देश के तमाम हिस्सों में नागरिकता कानून पर संग्राम मचा हुआ है। असम, बंगाल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। आज इसे लेकर दिल्ली के सीलमपुर में बवाल मचा। यहां प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और कई बसों-गाड़ियों को फूंक दिया।