वाईफाई स्मार्ट मीटर सबसे पहले कानपुर में, 24000  लगाने का काम शुरू

उत्तर प्रदेश में सबसे पहले कानपुर में वाईफाई और फोर जी डुअल सिम वाले स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जिससे नेटवर्क की समस्या के बावजूद बिल का भुगतान किया जा सकेगा। ये नए मीटर बिजली चोरी रोकने और उपभोक्ताओं की कनेक्टिविटी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करेंगे।

उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर पूरे प्रदेश में वाईफाई कनेक्ट तकनीक के मीटर लगाए जाने हैं। इन मीटरों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत शहर में सबसे पहले लगाना शुरू किया गया है। इसमें फोरजी नेटवर्क के दो सिम होंगे। अगर आप इंटरनेट की समस्या की वजह से मोबाइल से बिल नहीं जमा कर पा रहे हैं, तो मीटर में लगे वाईफाई के बटन को क्लिक करके मोबाइल से कनेक्ट करके रिचार्ज कर पाएंगे।

बैलेंस खत्म होने पर रिचार्ज न होने की समस्या को देखते हुए यह व्यवस्था की जा रही है। इससे अलर्ट मैसेज न मिलने, सर्वर को डाटा भेजने में देरी से कनेक्शन और डिस्कनेक्शन जैसी समस्या खत्म हो जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत कानपुर में 24 हजार नई तकनीक के स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इन मीटरों को लगाने की जिम्मेदारी जीनस कंपनी को सौंपी गई है और कंपनी को पूरा काम सवा साल में खत्म करना है।

स्मार्ट मीटर हमेशा नेटवर्क में रहेगा
शुरुआत में सिविल लाइंस और माल रोड में इन मीटरों को लगाने का काम शुरू किया गया है। इस नई तकनीक के स्मार्ट मीटरों में फोरजी नेटवर्क के दो सिम के लिए स्थान है। जियो और एयरटेल के सिम लगे हुए हैं। इन सिमों की यह खासियत है कि यदि एक सिम में नेटवर्क कम होगा, तो दूसरा सिम अपने आप ऑटो स्विच होकर दूसरे को मजबूत नेटवर्क भी देगा। इस प्रक्रिया से स्मार्ट मीटर हमेशा नेटवर्क में रहेगा और खर्च हुई बिजली का डाटा सर्वर पर पहुंचाता रहेगा।

बैलेंस का अलर्ट मैसेज न आने जैसी दिक्कतें
इसको हर 10 से 15 मिनट में केस्को की वेबसाइट या एप के माध्यम से उपभोक्ता चेक कर सकता है। अभी शहर में अधिक लाइनलॉस वाले बिजलीघर, आलूमंडी, नवाबगंज और जरीब चौकी डिवीजन वाले क्षेत्रों में तीन वर्षों से जो डेढ़ लाख स्मार्ट मीटर लगे हैं, उनमें टूजी नेटवर्क के वोडाफोन सिम लगे हुए हैं। बैलेंस का अलर्ट मैसेज न आने और ऑटो कनेक्ट के साथ ही डिस्कनेक्ट की समस्या सामने आती रहती है।

नहीं होगी बिजली चोरी, केस्को की वेबसाइट से है कनेक्ट
नई तकनीक के स्मार्ट मीटर वर्तमान में केस्को की वेबसाइट और एप से जुड़े हुए हैं। ऐसे में यदि कोई इन मीटरों में किसी माध्यम से बिजली चोरी का प्रयास करता है तो उसकी रिपोर्ट अपने आप की वेबसाइट और एप पर पहुंच जाएगी। इस प्रकार से नई तकनीक के स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी करना संभव नहीं होगा।

शहर में नई तकनीक के 24 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इनमें हॉटस्पॉट-वाईफाई, डबल सिम स्लॉट और ऑटो स्विच की सुविधा से कनेक्टिवटी बेहतर रहेगी। अभी ये पोस्टपेड हैं जिन्हें सर्वर से प्रीपेड कर दिया जाएगा। अगले सवा साल में केस्को शहर भर में करीब साढ़े सात लाख उपभोक्ताओं के परिसरों में पोस्टपेड मीटरों की जगह पर इन स्मार्ट मीटरों को लगाएगा। -पंकज कुमार, एक्सईएन, स्मार्ट मीटरिंग, केस्को

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button