‘वंदे गंगा’ और अंत्योदय संबल पखवाड़ा अभियान में सलूंबर प्रदेश प्रथम, फिर जीवंत हुए कुएं-तालाब

सलूंबर जिले ने ‘वंदे गंगा–जल संरक्षण जन अभियान’ और ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा’ दोनों में राजस्थान में प्रथम स्थान प्राप्त किया। तालाबों की सफाई, पौधारोपण, शिविरों में जनसेवा जैसी गतिविधियों से यह सफलता मिली। जिला कलेक्टर ने सभी का आभार जताया।

वंदे गंगा (जल संरक्षण जन अभियान) एवं पण्डित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा शिविर में सलूंबर जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर आया है। अभियान के दौरान नियमित मॉनिटरिंग, समय समय पर आवश्यक निर्देश, औचक निरीक्षण तथा आमजन से संवाद से यह सफलता मिली है। जिला कलेक्टर अवधेश मीना ने सलूंबर प्रशासन की टीम और सभी सहयोगी संगठनों, संस्थाओं, आमजन का आभार व्यक्त किया है।

जीवंत हो उठे बावड़ियां, कुएं और तालाब
जिले में ‘वंदे गंगा–जल संरक्षण जन अभियान’ शुरुआत से जन-जन का स्वाभाविक संकल्प बन गया। वर्षों से उपेक्षित तालाब, बावड़ियां, कुएं और नाड़ियां इस अभियान के माध्यम से फिर से जीवंत हो उठीं। अभियान के तहत रैली, रन फॉर एनवायरनमेंट, पौधरोपण, कुएं, बावड़ियों, तालाबों की सफाई, तुलसी पौधा वितरण, श्रमदान, प्याऊ स्थापना, रूफटॉप रेनवॉटर हार्वेस्टिंग की सफाई, निबंध, भाषण प्रतियोगिताएं, महापुरुषों की प्रतिमाओं की सफाई, जल संरचनाओं का लोकार्पण और गाद निकासी, महिला समूहों की सहभागिता, अधिकाधिक फार्म पौण्ड की स्वीकृति और ‘ कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान जैसे अनेक गतिविधियां 20 जून तक आयोजित की गई।

अंत्योदय संबल पखवाड़ा में भी प्रथम स्थान
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय की संकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से 24 जून से 9 जुलाई तक सलूंबर जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में एक दिवसीय शिविर आयोजित किए गये। जिला कलक्टर अवधेश मीना ने बताया कि अभियान में राज्यस्तरीय रैकिंग में जिले ने प्रथम स्थान 41 जिलों में से प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि इन शिविरों में विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा आमजन के कार्य किये गए।

अभियान में प्रमुख रूप से राजस्व, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, कृषि एवं उद्यान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, शिक्षा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, जल संसाधन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, विद्युत, पशुपालन व अन्य विभागों से जुडे़ कार्य किये गए और आमजन को लाभान्वित किया गया।

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