लौंग इन बीमारियों से छुटकारा दिलाने में साबित होता है कारगर..
हर इंसान की ऐसी कोई न कोई आदत ज़रूर होती है,जिसे वह छोड़ नहीं पाता है। अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य ऐसी ही किसी एडिक्शन का शिकार है, तो रसोई की ये सामग्री आपके बहुत काम आने वाली है। अगर हम यूं कहें कि हर मर्ज़ की दवा हमें रसोई में ढूंढने से मिल सकती है, तो यह गलत नहीं होगा। पेट दर्द से लेकर खांसी ज़ुकाम तक हर तकलीफ से निजात दिलाने वाले नुस्खे आपकी रसोई में ही मौजूद हैं। ऐसा ही एक नुस्खा है लौंग । जी हां गरम मसालों में शामिल लौंग न केवल आपकी एडिक्शन को दूर कर सकती है, बल्कि आपकी इम्युनिटी को भी मजबूत बना सकती है । अधिक जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें –
जानिए क्यों इतनी खास है लौंग
विटामिन सी से भरपूर लौंग बॉडी के इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने का काम करता है। रसोईघर में इस्तेमाल किए जाने वाले इस मसाले को आयुर्वेदिक दवाओं में जड़ी बूटी के तौर पर भी प्रयोग में लाया जाता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंटस प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे शरीर की मज़बूती बनी रहती है। सुबह की चाय से लेकर सब्जियों तक हर चीज़ में लौंग का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है।
इस बारे में नुट्रिशन एक्सपर्ट सीमा सिंह का कहना है कि आकार में छोटे दिखने वाले लौंग विटामिन्स और मिनरल्स के अलावा एंटीआक्सीडेंटस से भरपूर होते हैं। लौंग शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं। इसके अलावा लौंग में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव को घटाने का काम करते हैं। इसमें यूजेनॉल भी पाया जाता है, जो एक नेचुरल प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट के तौर पर काम करता है।
एक दिन में लौंग कितनी मात्रा में ले सकते हैं
डेली डाइट में आप दो से तीन लौंग चाय, काढ़ा या पाउडर के तौर पर प्रयोग में ला सकते हैं। इसकी तासीर गर्म होती है। अधिक लौंग लेने से पेटदर्द, सिरदर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ संबधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
कैसे करें स्टोर
लंबे वक्त तक इसे अपने पास स्टोर रखने के लिए एयरटाइट जार में बंद करके रखें। ध्यान रखें कि जार सूरज की रोशनी के संपर्क में न आए। वहीं क्लोव पाउडर को आप फ्रिज में एयरटाइट पैकिट में बंद करके रख सकते हैं। लौंग को बार बार हवा लगने से उसकी खुशबू उड़ जाती है।