लोकसभा 2019: कांग्रेस ने पुराने चेहरों पर जताया भरोसा, नए दावेदार हुए मायूस

पंजाब में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अपने प्रत्याशियों के चयन में चारों मौजूदा सांसदों पर भरोसा जताया है। पार्टी के इस फैसले से उन पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गई है जो टिकट मिलने की आस लगाए थे।

इसी कड़ी में, फतेहगढ़ साहिब में वाल्मीकि समाज के कई संगठनों ने नई दिल्ली से आए पार्टी समन्वयक उत्तम खोबागड़े से बातचीत कर कहा कि पार्टी द्वारा घोषित की गई छह सीटों में से जालंधर व होशियारपुर में रविदास समुदाय को प्रतिनिधित्व दे दिया गया है, इसलिए बाकी बची दो आरक्षित सीटों पर वाल्मीकि समुदाय को बनता हक दिया जाए।

अमृतसर, जालंधर, गुरदासपुर और लुधियाना लोकसभा सीटों पर पार्टी ने मौजूदा सांसदों को छोड़ किसी भी अन्य नेता के दावे को दरकिनार कर दिया है। वहीं, पटियाला लोकसभा सीट से पिछले चुनाव में आप प्रत्याशी के हाथों हार चुकीं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर को फिर से मैदान में उतारा गया है। 

होशियारपुर सीट पर पार्टी ने मौजूदा विधायक राजकुमार चब्बेवाल को टिकट दिया है। हालांकि इस सीट पर अभी भाजपा का कब्जा है। कांग्रेस का टिकट पाने के लिए इस बार सभी 13 सीटों पर कुल 201 लोगों ने आवेदन किए थे। प्रदेश इकाई ने इन आवेदनों में से हर सीट के लिए तीन-तीन नामों का चयन कर राष्ट्रीय स्क्रीनिंग कमेटी को भेजा था। यानी 162 दावेदारों के नाम पहले ही बाहर हो गए थे।

छह सीटों पर टिकट के एलान ने पार्टी वर्करों को यह संकेत दिए हैं कि बाकी सीटों पर भी ऐसे ही नेताओं को टिकट मिलेंगे, जिनकी पार्टी में अच्छी पैठ है। अमृतसर, जालंधर, गुरदासपुर और लुधियाना सीटों की ही चर्चा करें तो इन सीटों के लिए कुल 34 पार्टी कार्यकर्ताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया था। 
खास बात यह भी है कि इन आवेदकों में अमृतसर के पहले सिख मेयर करमजीत सिंह रिंटू, अजनाला से विधायक हरप्रताप सिंह अजनाला, मजीठा से विधायक रहे सविंदर सिंह कत्थूनंगल, कांग्रेस देहात के प्रधान भगवंत पाल सिंह सच्चर, कैबिनेट मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया के भतीजे यूथ कांग्रेस के प्रधान व जिला परिषद सदस्य दिलराज सिंह सरकारिया, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के छोटे भाई व कारोबारी सुरजीत सिंह कोहली, नवजोत कौर सिद्धू, जालंधर सीट से पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद मोहिंदर सिंह केपी, विधायक सुशील सिंह और छह बार विधायक रहे सरवन सिंह फिल्लौर, गुरदासपुर से राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा, लुधियाना से पंजाब कांग्रेस महासचिव पवन दीवान, मौजूदा विधायक राकेश पांडे भी दावेदार थे।

होशियारपुर सीट के लिए विधायक राजकुमार चब्बेवाल के अलावा संतोष चौधरी की पुत्री सोहिनी चौधरी, आप से कांग्रेस में शामिल हुई यामिनी गौमर, सीनियर नेता जोगिंदर सिंह मान और पवन आदिया टिकट के प्रबल दावेदार थे। दूसरी ओर, प्रदेश में बाकी बची सात सीटों में से बठिंडा और फिरोजपुर के लिए भी पार्टी कद्दावर नेता तलाश रही है। 

बाकी पांच सीटों का जिक्र करें तो खडूर साहिब से जसबीर सिंह डिंपा को टिकट मिलने की अटकलें तेज हैं जबकि श्री आनंदपुर साहिब सीट से कैप्टन अमरिंदर सिंह के पसंदीदा प्रत्याशी मनीष तिवारी के नाम पर सहमति बनने की बात कही जा रही है। वहीं फतेहगढ़ साहिब सीट से अमर सिंह को टिकट दिए जाने की चर्चा है, जबकि इस सीट पर युवा कांग्रेस के नेता भी टिकट के दावेदार हैं, जो पार्टी के लिए ग्राउंड लेवल पर कार्य करते रहे हैं और उसी आधार पर टिकट पाना चाहते हैं। 

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