लालू ने कहा- तेजस्वी ने घपला किया… इसका सबूत तो दिखाएं

रांची.चारा घोटाले के केस में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने गुरुवार को स्टेट गेस्ट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस की। करीब 50 मिनट की प्रेस वार्ता में उन्होंने नीतीश कुमार, राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।
लालू ने कहा- तेजस्वी ने घपला किया... इसका सबूत तो दिखाएं
– यूपी कैडर के आईएएस आरसीपी सिन्हा सारे ट्रांसफर-पोस्टिंग में लेन-देन करते हैं। इनकम टैक्स का उनके यहां छापा पड़ने वाला था। सब डीलिंग हो गया है। केंद्र में उन्हें मंत्री बनाने में नीतीश लगे हैं। 
– नीतीश पर मर्डर का केस है। धारा 147, 148, 382,3870 और 27 आर्म्स एक्ट लगा हुआ है। सिद्धांतों की धज्जियां तो उन्होंने उड़ाई है। कांग्रेस के सीताराम की हत्या हुई थी। पंडारक में केस दर्ज है। 
– सुशील मोदी पहले भी स्टेपनी थे। अब फिर होने जा रहे हैं। 
– नीतीश ने शराबबंदी का ढोंग किया है। बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है। शराबबंदी से पुलिस मालामाल है। 
– मेरा बेस बेहद मजबूत है। उसे हिलाया डुलाया नहीं जा सकता। तेजस्वी ने कोई घपला नहीं किया है। ऐसा है तो इसका प्रमाण दें। 
– गांधीजी को नरेंद्र मोदी और अमित शाह के कुल खानदान ने गोली मारकर हत्या कर दी। जिस गोडसे ने हत्या की उसका मंदिर बनाना चाह रहे हैं ये लोग। 
– भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि नीतीश कुमार के डीएनए में दोष है। फिर भी वे मोदी के साथ चले गए। हम सत्ता लोलुप नहीं हैं।
– मुझे आननफानन में सजा दिलाई गई । मैं रांची जेल गया। मुझे जमानत मिली। मैंने हाईकोर्ट में अपील की है। 
– नीतीश कुमार ने कई बार कहा था कि मिट्‌टी में मिल जाऊंगा, लेकिन भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा। नीतीश प्रचार करवाते थे कि वो पीएम मैटेरियल हैं। 
– मैं नीतीश कुमार की व्यक्तिगत बातें भी जानता हूं ,जिसे कहना अच्छा नहीं लगता। मैंने शुरू में कह दिया था कि सीएम नीतीश कुमार ही होंगे। जब जब दुष्प्रचार हुआ मैंने नीतीश कुमार को टीका लगाकर कहा, जाओ राज करो।
– जाली और नकली नेता गए। मायावती, ममता बनर्जी और अखिलेश यादव एक साथ आएंगे। मायावती कभी बीजेपी में नहीं जा सकती।
 
लालू के बयान पर जदयू का जवाब : आधा-अधूरा सच पेश कर रहे हैं राजद अध्यक्ष
जदयू ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को छल, कपट और प्रपंच का मास्टर करार दिया है। गुरुवार को जदयू के राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह, पूर्व मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लालू लोगों के सामने आधा सच पेश कर रहे हैं। लालू चाहते थे कि बेमानी संपत्ति और भ्रष्टाचार के मामले में जदयू उनका बचाव करे, लेकिन महागठबंधन बिहार के विकास के लिए बना था। किसी व्यक्ति व परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर पर्दा डालने के लिए नहीं।
ललन सिंह ने कहा कि लालू के मुख्यमंत्री रहते नीतीश कुमार को वर्ष 1991 में हत्या के मामले में आरोपी बनाया गया था। वर्ष 1993 में पुलिस ने मामले में नीतीश को निर्दोष बताया। अगस्त 2008 में कोर्ट मे उनको दोषमुक्त करार दिया। घटना में घायल रामबाबू सिंह, सुरेश प्रसाद सिंह और चंद्रमौली सिंह ने कोर्ट के फैसले से सहमति जताई। बाद में अशोक कुमार सिंह जिसका मुकदमे से कोई नाता नहीं था, उसने वर्ष 2009 में एक परिवाद दायर किया। इस पर एसीजेएम ने नीतीश को सम्मन जारी किया।
 
मिट्टी की गड़बड़ी से ही खुला मॉल का राज
आरसीपी सिंह ने कहा कि लालू खुद सजायाफ्ता हैं। लेकिन जज की तरह व्यवहार करते हुए नीतीश को उम्रकैद और फांसी की सजा सुना रहे हैं। लालू जदयू पर महागठबंधन की भ्रूण हत्या का आरोप लगा रहे हैं तो उनको बताना चाहिए कि क्या न्यूनतम साझा कार्यक्रम में लालू व उनको परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से बचाने की बात की गई है। मिट्टी की गड़बड़ी नहीं पकड़ी जाती तो मॉल का राज भी सामने नहीं आता।

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