लद्दाख में चीनी सेना की घुसपैठ पर, आर्मी चीफ बिपिन रावत के इस खुलासे से उड़ गए सबके होश…

डोकलाम विवाद के लगभग दो साल बाद चीनी सैनिकों ने एक बार फिर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की। इसके बाद भारतीय सेना प्रमुख की ओर से बयान आया है। आर्मी चीफ बिपिन रावत ने चीनी घुसपैठ को लेकर कहा कि ‘कोई घुसपैठ नहीं हुई है। चीनी सैनिक अपनी मानी जाने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा में आते हैं और गश्त करते हैं। हम उन्हें रोकते हैं। हम अपनी वास्तविक नियंत्रण रेखा तक जाते हैं और गश्त करते हैं।’

उन्होंने कहा कई बार स्थानीय स्तर पर होने वाले आयोजनों को देखने भी चीनी आते हैं। हमारी ओर के तिब्बती डेमचोक सेक्टर में जश्न मना रहे थे, चीनी सैनिक आए थे कि क्या हो रहा है। कोई घुसपैठ नहीं हुई है, सबकुछ सामान्य है।

बता दें जम्मू-कश्मीर के लद्दाख सेक्टर के देमचोक इलाके में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक डेढ़ किलोमीटर अंदर तक चले आए थे। सुरक्षा अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे पहले मीडिया की खबरों में चीनी सैनिकों के छह किलोमीटर अंदर तक घुस आने की बात कही जा रही थी।

अधिकारियों ने बताया कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के जन्मदिन पर चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास कोयूल गांव में तिब्बती शरणार्थियों ने छह जुलाई को तिब्बत का झंडा फहराया था। इसी का विरोध करने पीएलए के सैनिक अपने वाहन से कोयूल गांव तक चले आए थे और तिब्बती झंडा फहराने का विरोध किया।

‘कुत्तों’ के तबादले पर घिरी कमलनाथ सरकार, बीजेपी नेता बोले- इनको तो बख्श देते

दूसरी ओर, इस घटना को लेकर रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि पीएलए के जवानों ने एलएसी को पार नहीं किया था। दो वाहनों से सादे कपड़ों में आए चीनी सैनिक अपने क्षेत्र में सिंधु नदी के किनारे खड़े थे। वहीं से उन्होंने एक बैनर लहराया, जिस पर लिखा था, ‘तिब्बत को विभाजित करने वाली सभी गतिविधियां प्रतिबंधित करें।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button