लखनऊ: बिजली कटौती पर रात में उपकेंद्रों पर हुआ जमकर हंगामा, जाम की सड़क

रात में बिजली कटौती पर लखनऊ के कई बिजली उपकेंद्रों पर जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान पीड़ित लोगों ने सड़क जाम करने की कोशिश भी की।
भीषण गर्मी और उमस में चार घंटे से ज्यादा समय तक बिजली गुल रहने से अहिबरनपुर उपकेंद्र के अंतर्गत आने वाले इलाकों के उपभोक्ता खौल उठे। शनिवार रात करीब एक बजे सड़क पर उतार आए। पहले उन्होंने उपकेंद्र की ओर कूच किया। यहां पहुंचकर हंगामा करने लगे तो ड्यूटी पर तैनात विद्युतकर्मी ताला लगाकर भाग निकले। सूचना पर पुलिस भी आ गई, जिसके बाद उपभोक्ता इधर-उधर हो गए।
कुछ देर बाद उपभोक्ता उपकेंद्र के बाहर मुख्य मार्ग पर पहुंचे और बांस की सीढ़ी लगाकर जाम लगा दिया। यही सड़क पर नारेबाजी करने लगे। पुलिस कर्मियों ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित लोग बिजली आपूर्ति चालू करने की मांग पर अड़े रहे। यहां दोनों पक्षों में तीखी झड़प भी हुई। इस दौरान मार्ग के दोनों तरह बस, ट्रक सहित बड़ी संख्या में छोटे-बड़े वाहनों की कतार लग गई।
उपभोक्ताओं का कहना था कि रात 9:45 बजे से बिजली गुल है। जिम्मेदार अधिकारी फोन नहीं उठा रहे। कोई ये नहीं बता रहा कि समस्या क्या है और आपूर्ति कब चालू होगी। एक बार किसी को फाेन उठ रहा है तो सवाल पूछे जाने के बाद स्विच ऑफ कर दिया जा रहा है। उपकेंद्र पर मौजूद कर्मचारी भी कुछ स्पष्ट नहीं बता रहे। इसी वजह से उन्हें ये कदम उठाना पड़ा है।
मुख्य अभियंता वीपी सिंह ने बताया कि 33 केवी लाइन में फाॅल्ट आने के कारण यह संकट उत्पन्न हुआ। दूसरी ओर इलाकाई उपखंड अधिकारी ने संकट के दाैरान उपभोक्ताओं को एक-एक घंटे के अंतराल पर कटौती करके बिजली आपूर्ति का दावा किया। इधर, उपभोक्ताओं का दावा था कि करीब 9:45 बजे गुल हुई बिजली रात एक बजे तक चालू नहीं हो सकी। इस कारण लगभग डेढ़ किलोमीटर के दायरे में पूरी तरीके से अंधेरा पसरा रहा। रात डेढ़ बजे तक हंगामे की स्थिति बनी रही।
चार घंटे गुल रही बिजली, सीतापुर रोड पर उतरे लोग
अहिबरनपुर उपकेंद्र के तहत सीतापुर रोड पर चार घंटे तक बिजली गुल होने के विरोध में लोग शनिवार रात लोग सड़क पर उतर आए और हंगामा करने लगे। बिजली संकट से आजिज उपभोक्ताओं उपकेंद्र की तरफ कूच किया, लेकिन वहां पहले से मौजूद पुलिस थी। ऐसे में उपभोक्ता ज्यादा हंगामा किए ही धर-उधर हो लिए। मुख्य अभियंता वीपी सिंह ने बताया कि 33 केवी लाइन में फाॅल्ट आने के कारण यह संकट उत्पन्न हुआ।
उपखंड अधिकारी ने संकट के दाैरान उपभोक्ताओं को एक-एक घंटे के अंतराल पर कटौती करके बिजली आपूर्ति का दावा भी किया, लेकिन यह दावा तब फेल हो गया जब करीब 9:45 बजे गुल हुई बिजली रात एक बजे तक चालू नहीं हो सकी। इस कारण लगभग डेढ़ किलोमीटर के दायरे में पूरी तरीके से अंधेरा पसरा रहा।