रॉयल बंगाल टाइगर्स को देखने के लिए बेस्ट डेस्टिनशन है बांधवगढ़ नेशनल पार्क

मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है बांधवगढ़ नेशनल पार्क। बांधवगढ़ किले के नाम पर इस नेशनल पार्क का नाम रखा गया है। जो कभी राजा-महाराजाओं के शिकार का गढ़ हुआ करता था। ये नेशनल पार्क खासतौर से व्हाइट टाइगर्स के लिए मशहूर है। रॉयल बंगाल टाइगर्स की सबसे ज्यादा संख्या यहां देखने को मिलती है।
बांधवगढ़ नेशनल पार्क
32 पहाड़ियों से घिरा हुआ मध्य प्रदेश का बांधवगढ़ नेशनल पार्क 448 वर्ग किमी में फैला हुआ है। पार्क को खूबसूरत बनाने का काम करते हैं चारों तरफ लगे साल और बांस के पेड़। बांधवगढ़ को ‘लैंड ऑफ टाइगर्स’ भी कहा जाता है। वैसे यहां पार्क में घूमते हुए बड़ी बिल्लियां, नीलगाय और चिंकारा भी देखने को मिल जाएंगे।
इस नेशनल पार्क में 37 प्रकार के स्तनधारी, 250 प्रकार के पक्षी, 80 प्रकार की तितलियां और भी कई प्रकार के दूसरे पशु-पक्षी देखे जा सकते हैं। बांधवगढ़ पार्क कई प्रकार के वनस्पतियों और जंतुओं से भी भरा हुआ है।
वाइल्डलाइफ एक्सपीरियंस के लिए जीप सफारी
वाइल्डलाइफ को एक्सप्लोर करने के साथ एडवेंचर और फन के लिए जीप सफारी रहेगी बेस्ट। 4 घंटे के अंतराल पर दो बार जीप सफारी कराई जाती है। तो अगर आप यहां आ रहे हैं तो पहले से ही इसकी बुकिंग करा लें। साथ ही अपने साथ एक पहचान पत्र जरूर रखें।
चक्राधर में देख सकते हैं टाइगर्स
पहाड़ियों से घिरे हुए इस नेशनल पार्क में आमतौर पर टाइगर्स देखे जा सकते हैं। वैसे चक्राधर यहां खास आकर्षण है। जहां आप टाइगर्स के अलावा और भी कई जंतुओं को देख सकते हैं।
बांधवगढ़ मार्केट में शापिंग
वाइल्डलाइफ के अलावा बांधवगढ़ आकर आप शॉपिंग का भी मजा ले सकते हैं। छोटे-छोटे स्टॉल्स में खाने-पीने से लेकर पहनने-ओढ़ने तक का हर एक सामान मौजूद है। बांधवगढ़ की खूबसूरत तस्वीरों और किताबों को भी इस मार्केट से खरीदा जा सकता है।
बांधवगढ़ फोर्ट
बांधवगढ़ नेशनल पार्क घूमने के बाद फोर्ट देखना मिस न करें। समुद्र तल से 807 मी की ऊंचाई पर स्थित ये किला भारत के सबसे पुराने किलों में से एक है। यहां आसपास कई गुफाएं भी हैं। इसके अलावा भगवान विष्णु की 35 फीट ऊंची मूर्ति भी है। जिसे देखना यकीनन अच्छा एक्सपीरियंस साबित होगा।
कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग- खजुराहो सिविल एयरोड्रोम (250 किमी) और जबलपुर (190 किमी) यहां तक पहुंचने के नज़दीकी एयरपोर्ट हैं। दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद लगभग सभी बड़े शहरों से यहां तक के लिए फ्लाइट्स अवेलेबल हैं।
रेल मार्ग- उमरिया (37 किमी), कटनी (100 किमी), जबलपुर (190 किमी) और खजुराहो (250 किमी) यहां तक पहुंचने के प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं।
सड़क मार्ग- सरकारी और प्राइवेट दोनों ही तरह की बसें बांधवगढ़ तक के लिए चलती हैं।