रेलवे ने बढ़ाया ट्रेनों का किराया, अब देने होंगे 75 रुपये तक अतिरिक्त
अब ट्रेन में सफर करने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। 1 नवंबर से रेलवे ने शताब्दी, राजधानी और दूरंतो ट्रेनों को छोड़कर के करीब 48 ट्रेन का किराया बढ़ा दिया है। इन ट्रेनों का किराया बढ़ाने के साथ ही औसत स्पीड में भी बढ़ोतरी की गई है।
सुविधाओं में नहीं किया गया है बदलाव
किराया बढ़ाने के अलावा रेलवे ने किसी प्रकार की कोई सुविधा में बदलाव नहीं किया है। इसके साथ ही पैसा ज्यादा देने पर भी आपकी ट्रेन लेट होगी या नहीं इस बात की गारंटी नहीं है।
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रेलवे ने कई मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा दे दिया है। अभी रेलवे की ज्यादातर प्रीमियम ट्रेन भी लेट होती हैं। इन ट्रेनों की स्पीड में महज 5 किलोमीटर की बढ़ोतरी कर 50 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी गई है।
सर्दियों में 24 घंटे बाद पहुंचती है ट्रेन
सर्दियों के सीजन में उत्तर भारत में पड़ने वाले कोहरे के चलते ज्यादातर ट्रेनें 10 से 24 घंटे तक लेट होती हैं। जिन ट्रेनों को सुपरफास्ट एक्सप्रेस में तब्दील किया गया वो भी आगे चलकर लेट हो सकती हैं। किराया बढ़ाने से केवल फायदा रेलवे को होगा, क्योंकि इससे उसकी अतिरिक्त कमाई होगी।
नई सुपरफास्ट ट्रेनों में इन ट्रेनों को शामिल किया गया है। पुणे-अमरावती एसी एक्सप्रेस, दिल्ली-पठानकोट एक्सप्रेस, कानपुर-उधमपुर एक्सप्रेस, पाटलीपुत्र-चंडीगढ़ एक्सप्रेस, विशाखापत्तनम-नांदेड़ एक्सप्रेस, छपरा-मथुरा एक्सप्रेस, रॉक फोर्ट चेन्नई तिरुचिलापल्ली एक्सप्रेस, बेंगलूरू-शिवमोगा एक्सप्रेस, टाटा-विशाखापत्तनम एक्सप्रेस, दरभंगा-जालंधर एक्सप्रेस, मुंबई-मथुरा एक्सप्रेस, मुंबई-पटना एक्सप्रेस।