रेपो रेट की कटौती से कितना होगा होमबायर्स को फायदा? जानिए क्या कहते है एक्सपर्ट्स?

भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने आज मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक में कई अहम फैसले लिए है। इसके तहत रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती हुई है। जिससे यह अब घटकर 6 फीसदी हो गया है।
ऐसा दूसरी बार है कि आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती की है। वहीं फरवरी के समय आरबीआई ने 5 साल बाद कटौती की थी। जिसका मतलब है कि 2025 से अब तक 0.50 फीसदी की कटौती हो चुकी है। अब जानते हैं कि इस गिरावट का सीधा असर किस-किस को पड़ सकता है।
किसे मिलेगा ज्यादा फायदा?
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक रेपो रेट में कटौती से उन लोगों को फायदा मिलेगा। जिन्होंने फ्लेटिंग रेट पर होम लोन लिया हो। रेपो रेट कम होने से फ्लोटिंग रेट घटेगा और ईएमआई में भी गिरावट आएगी। जिससे ग्राहकों को कम ब्याज दर पर होम लोन मिल जाएगा। वहीं इसका असर रियल एस्टेट सेक्टर पर भी देखने को मिल सकता है।
क्या कहते है एक्सपर्ट्स?
गौड़ ग्रुप के सीएमडी और क्रेडाई नेशनल के चेयरमैन, मनोज गौड़
मनोज गौड़ ने कहा कि रेपो रेट में हुई 0.25% की कटौती का रियल एस्टेट सेक्टर पर अच्छा असर देखने को मिलेगा। ये फैसला अमेरिका की टैक्स नीति की वजह से बढ़ते ग्लोबल ट्रेड के मुद्दे की वजह से अहम बन गया है।
उन्होंने आगे कहा कि इस बार की एमपीसी बैठक की एक और खास बात ये रही कि आरबीआई ने अपनी नीति को ‘न्यूट्रल’ से बदलकर ‘अकोमोडेटिव’ बना दिया है। इसका मतलब है कि अब आरबीआई अर्थव्यवस्था में ज्यादा पैसा डालेगा। इससे देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी, खर्च बढ़ेगा और इसका फायदा रियल एस्टेट सेक्टर पर देखने को मिलेगा।
प्रतीक ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर, प्रतीक तिवारी
प्रतीक तिवारी ने बोला कि फरवरी में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती के बाद अब फिर से कटौती का फैसला सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था को ही नहीं, बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर को भी मजबूती देगा। इसे घर खरीदाने वालों पर आर्थिक दबाव कम होगा, जिससे रियल एस्टेट में खरीदी बढ़ेगी। इससे डेवलपर्स को भी नए प्रोजेक्ट लॉन्च करने की हिम्मत मिलेगी और बाजार की ग्रोथ बनी रहेगी।
ग्रुप 108 के मैनेजिंग डायरेक्टर, डॉ. अमीश भूटानी
आरबीआई द्वारा लगातार दूसरी बार 0.25% की रेपो रेट कटौती करना भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था में भरोसे का संकेत है। इस फैसले से रियल एस्टेट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निवेश बढ़ने की संभावना है। खासतौर पर कमर्शियल सेगमेंट को इसका फायदा मिलेगा, क्योंकि यह अभी हाल ही में बढ़े टैरिफ की वजह से लागत के दबाव से गुजर रहा है। ब्याज दरों में कटौती से फाइनेंसिंग आसान होगी, जिससे बिजनेस अपने दायरे को बढ़ाएंगे और ऑफिस व रिटेल स्पेस में निवेश बढ़ेगा।
सुषमा ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, प्रतीक मित्तल
लगातार दूसरी बार रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर आरबीआई ने रियल एस्टेट जैसे अहम सेक्टर में पूंजी के प्रवाह का रास्ता साफ किया है। कम ब्याज दरों से फंड्स आसानी से मिलेंगे, निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ेगी और प्रोजेक्ट्स को तेजी से शुरू किया जा सकेगा। खासकर ऐसे समय में जब महंगाई ज्यादा चिंता का कारण नहीं है, यह कदम रियल एस्टेट सेक्टर की तरक्की को और तेज करेगा। हमें आगे की नीति और बाजार की दिशा को लेकर उम्मीदें हैं और भरोसा है कि ये रुख सकारात्मक बना रहेगा।