तो इसलिए रूस ने अमेरिका को लताड़ा, सामने आई यह बड़ी वजह

भारत के जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के खात्मे के मसले पर रूस द्वारा अब भारत का खुलकर समर्थन किया गया है. इस संबंध में रूस ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर पर हम भारत के साथ हैं. अनुच्छेद 370 हटाया जाना भारत का आंतरिक विषय है. जम्मू-कश्मीर पर तीसरा देश हस्तक्षेप न करे. रूस ने इस तरह से अमेरिका को सीधी चेतावनी दी है.
रूस ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान शिमला समझौते के तहत मामले को सुलझाएं. बता दें कि कि पाकिस्तान लगातार कश्मीर के मुद्दे का अंतरराष्ट्रीकरण करने की कोशिशों में हैं और उसने पहले संयुक्त राष्ट्र का दरवाजा खटखटाया था, हालांकि उसको वहां मुंह की खानी पड़ी थी. वहीं इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की गईं थी, हालांकि हाल ही में जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम मोदी द्वारा ट्रंप की मौजूदगी में स्पष्ट शब्दों में कहा गया था कि भारत-पाकिस्तान के बीच के सारे मुद्दे द्विपक्षीय हैं और इस कारण किसी अन्य देश को दखल देने का कष्ट नहीं करते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मीटिंग में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दृढ़ता से स्पष्ट कर दिया गया है कि कश्मीर मामले में उसे किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है. वहीं भारत के इस रुख के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सोमवार को मध्यस्थता के अपने प्रस्ताव से कदम पीछे खींच लिया गया है और रूस ने भी अमेरिका को यहीं सलाह दी है.