रिटायरमेंट पर करना चाहते हैं बड़ी सेविंग, तो नया MF-VRA आएगा बड़े काम

भारत में 2050 तक वरिष्ठ नागरिकों की आबादी लगभग दोगुनी होने का अनुमान है जिससे रिटायरमेंट सेविंग प्लान (Retirement planning India) की जरूरत बढ़ेगी। केवल 27% कर्मचारी ही अनिवार्य पेंशन योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं जबकि अधिकांश परिवार या व्यक्तिगत बचत पर निर्भर हैं। AMFI ने म्यूचुअल फंड-स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति खाता (MF-VRA) पेश किया है जो एक स्वैच्छिक पेंशन योजना है।
भारत की वरिष्ठ नागरिकों की आबादी 2050 तक लगभग दोगुनी होने का अनुमान है। यानी हर पांचवां भारतीय 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र का होगा। ऐसे में एक अच्छा रिटायरमेंट सेविंग प्लान की जरूर अब पहले ज्यादा महसूस होने लगी है। इसके बावजूद भारत में केवल 27% ही कर्मचारी अनिवार्य पेंशन योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं।
विकसित देशों के विपरीत, अधिकांश भारतीय अभी भी परिवार से पैसे मांगकर या व्यक्तिगत बचत पर बहुत अधिक निर्भर हैं। उम्रदराजों की बढ़ती आबादी को देखते हुए एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने म्यूचुअल फंड-स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति खाता (MF-VRA) पेश किया है। यह एक स्वैच्छिक पेंशन योजना है जो अमेरिकी 401(के) मॉडल से ली गई है।
एमएफ-वीआरए भारत के फलते-फूलते म्यूचुअल फंड उद्योग का उपयोग करके एक सरल, लचीला और पेशेवर रूप से प्रबंधित सेवानिवृत्ति बचत साधन बनाने की बात करता है। यह व्यक्तियों को स्थिर रूप से बचत करने और आत्मविश्वास के साथ रिटायरमेंट होने में सक्षम बनाता है।
औसत भारतीय कर्मचारी के लिए क्या हैं इसमें खास बातें
आकर्षक कर लाभ
योगदान से कर कटौती की पात्रता मिलने की उम्मीद है, जिससे तत्काल राहत मिलेगी और अनुशासित बचत को प्रोत्साहन मिलेगा।
बिना किसी रुकावट के बचत
आपका खाता आपकी सभी नौकरियों के साथ चलता रहता है, जिससे आपके पूरे करियर में बिना किसी रुकावट के रिटायरमेंट की बचत होती है।
एक्सपर्ट फंड मैनेजर
निवेश का प्रबंधन “Retirement Lifecycle Funds” में विशेषज्ञता वाले म्यूचुअल फंड द्वारा किया जाता है, जो आपके रिटायमेंट की आयु के करीब पहुंचने पर जोखिम और रिटर्न को ऑटोमैटिक रूप से बैलेंस कर देते हैं।
ज्यादा रिटर्न की संभावना
इक्विटी और बाजार से जुड़े एसेट में निवेश करके, MF-VRA का टारगेट महंगाई को मात देना और समय के साथ पर्याप्त संपत्ति अर्जित करना है, जिसकी बराबरी पारंपरिक सावधि जमा या सरकारी योजनाएं नहीं कर पाती हैं।