राजस्थान: केंद्रीय मंत्री शेखावत बोले- भारत अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि विश्व के वे सभी देश, जिन्होंने आतंकवाद का दंश झेला है, इस समय भारत के साथ खड़े हैं। विश्व स्वीकार कर रहा है कि आतंकवाद की जड़ें पाकिस्तान में पाली-पोसी और सींची जा रही हैं।

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर में कहा कि भारत अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम भी है, समर्थ भी है, सशक्त भी है और स्वतंत्र भी है। पहलगाम में आतंकी घटना को लेकर शेखावत ने कहा कि यह नया भारत है, जो घर में घुसकर मारेगा।

शनिवार को पत्रकारों से वार्ता में पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद पाकिस्तान में उत्पन्न भय के माहौल से जुड़े सवाल पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि पाकिस्तान में भय होना भी चाहिए। गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में लिखा है, “भय बिनु होइ न प्रीत”. मुझे लगता है कि जब भारत ने उरी और पुलवामा के बाद सर्जिकल स्ट्राइक की, तब यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अपनी भूमि या बाहर से चल रही विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा। पिछले पांच-छह वर्षों में कोई बड़ी आतंकी घटना नहीं हुई थी। अब एक बार फिर से ऐसी कायराना हरकत की गई है। शेखावत ने कहा कि यह नया भारत है, जो घर में घुसकर मारेगा। पहलगाम की घटना का माकूल जवाब दिया जाएगा। प्रधानमंत्री जी स्वयं इस बात को सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं।

पाकिस्तान के नेताओं द्वारा गौरी-गजनवी मिसाइल और एटम बम की धमकियों पर शेखावत ने कहा कि गौरी-गजनवी पहले भी थे। गौरी-गजनवी तो भारत में आकर अनेक बार पराजित हुए हैं। जब हमने एयर स्ट्राइक की थी, तब भी उनके पास यही मिसाइलें थीं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हजार वर्ष पूर्व भी हमारे पूर्वजों ने इन्हें सबक सिखाया था। एक बार फिर गौरी-गजनवी को हमारी अग्नि और ब्रह्मोस से उचित जवाब मिलेगा।

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि विश्व के वे सभी देश, जिन्होंने आतंकवाद का दंश झेला है, इस समय भारत के साथ खड़े हैं। विश्व स्वीकार कर रहा है कि आतंकवाद की जड़ें पाकिस्तान में पाली-पोसी और सींची जा रही हैं। अमेरिका ही नहीं, बल्कि दुनिया के अन्य सभी देश भारत के साथ मजबूती से खड़े हैं। लेकिन मैं कहूंगा कि कोई खड़ा हो या न हो, भारत अपने हितों की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम, समर्थ, सशक्त और स्वतंत्र है।

पाक की बौखलाहट बनी रहेगी
सिंधु जल संधि निलंबित करने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि पिछले सभी युद्धों के दौरान भी हमने सिंधु जल संधि की पवित्रता को नहीं तोड़ा था। लेकिन अब प्रधानमंत्री जी ने स्पष्ट कहा है कि समय आ गया है, जब रक्त और पानी दोनों एक साथ नहीं बह सकते।

आज़ादी के 75 वर्ष बाद हमें यह विचार करना चाहिए कि किन कारणों से, किस दबाव में और क्यों भारत के हितों, किसानों के हितों और आम नागरिकों के हितों के साथ समझौता करते हुए यह संधि की गई थी। उन्होंने कहा कि संधि के निलंबन से पाकिस्तान की बौखलाहट स्वाभाविक है और यह घबराहट अब बनी रहेगी। सिंधु का जल राजस्थान तक लाने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि यह भारत के हित में होगा, लेकिन इस पर जल्दबाज़ी की आवश्यकता नहीं है और न ही यह समय उचित है।

जाति जनगणना का निर्णय ऐतिहासिक
जाति जनगणना और महिला आरक्षण के मुद्दे पर शेखावत ने कहा कि आज़ादी के बाद देश में हुए परिवर्तन और विकास के मद्देनज़र एक नए सिरे से समीक्षा की आवश्यकता थी। प्रधानमंत्री जी ने जो ऐतिहासिक निर्णय लिया है, वह गरीबों, वंचितों और अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के कल्याण के लिए है। यह निर्णय अंत्योदय की भावना को साकार करने वाला है। मैं प्रधानमंत्री जी के इस निर्णय का हृदय से स्वागत करता हूं।

अश्लील कंटेंट पर जिम्मेदारों को करनी चाहिए कार्रवाई
ओटीटी और सोशल मीडिया पर अश्लील कंटेंट से जुड़े सवाल पर शेखावत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह प्रत्यक्ष रूप से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का विषय है। देशवासियों ने इस पर चिंता जताई है और जिम्मेदार लोगों को इस पर संज्ञान लेकर अवश्य कार्रवाई करनी चाहिए।

मीडिया को दी बधाई
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर शेखावत ने कहा कि विश्वभर में प्रेस और पत्रकारिता की अपनी बड़ी भूमिका है। भारत की आज़ादी और उसके बाद लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने में जितनी बड़ी भूमिका न्यायपालिका की रही है, उतनी ही बड़ी भूमिका मीडिया की भी रही है। आज जब सोशल मीडिया एक नया मीडिया वर्टिकल बन चुका है, तब परंपरागत मीडिया पर इसका असर स्पष्ट दिखता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में मीडिया की पवित्रता बनाए रखने की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। शेखावत ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की सभी को शुभकामनाएं दीं।

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