रक्षाबंधन 2025: अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीएसएफ जवानों को महिलाओं ने बांधा रक्षासूत्र

पंजाब के अमृतसर स्थित वाघा बॉर्डर पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को कई महिलाओं को राखी बांधी। महिलाओं ने हमारे जवानों व देश की सुख समृद्धि की कामना की।

आज भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार है। रक्षाबंधन का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। हालांकि कुछ ऐसे भाई भी हैं जो देश की रक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात हैं। बॉर्डर पर अपनी ड्यूटी निभा रहे हमारे देश के जवान जो अपने परिवार से दूर हैं, उनके लिए यह त्योहार खाली न जाए इसलिए कई बहनों ने भारत-पाकिस्तान सीमा अटारी-वाघा बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को राखी बांधी है।

पंजाब के अमृतसर स्थित वाघा बॉर्डर पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को कई महिलाओं को राखी बांधी। इतना ही नहीं कई बहनों ने बीएसएफ की महिला जवानों को भी राखी बांधी और उनका मुंह मीठा कराया। अमृतसर के वाघा सीमा पर बीएसएफ जवानों को रखी बांधने के लिए प्रो लक्ष्मी कांता चावला भी खास तौर पर पहुंची थीं। जवानों का जोश बढ़ाने के लिए महिलाओं ने भारत माता की जय के नारे भी लगाए।

बता दें कि हर साल रक्षाबंधन पर कई महिलाओं वाघा-बॉर्डर सहित पंजाब के साथ लगते पाकिस्तान की सीमा पर तैनात हमारे जवानों को खास तौर पर राखी बांधने पहुंचती हैं। यह सिलसिला कई वर्षों से चला आ रहा है। इस सिलसिले में शनिवार को भी रक्षाबंधन के त्योहार पर महिलाओं ने अमृतसर के अटारी-वाघा सीमा पर बीएसएफ के जवानों को रक्षासूत्र और उन्हें मिठाई खिलाई। वहीं महिलाओं ने हमारे जवानों व देश की सुख समृद्धि की कामना भी की।

सीआरपीएफ जवानों को महिलाओं ने बांधी राखी
चंडीगढ़ में सीआरपीएफ की 13 बटालियन में महिलाओं और स्कूली छात्राओं ने सीआरपीएफ के जवानों को राखी बांधी। सीआरपीएफ की 13 बटालियन की महिला कमांडेंट कमल सिसोदिया ने रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि इस खास मौके पर स्कूली छात्र और विभिन्न संस्थानों की महिलाएं कितने प्रेम और आनंद के साथ सीआरपीएफ की 13 बटालियन में आई हैं। यह बंधन हमारे दिलों में गहराई से समाया हुआ है। देश के रक्षक सीआरपीएफ ने देशवासियों का विश्वास अर्जित किया है। आज हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि जब तक सीआरपीएफ है, देश हर परिस्थिति में सुरक्षित रहेगा।

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