बेड पर यौन क्रीड़ा में अधर एवं ऊपरी होठों का महत्व

यौन क्रीड़ा में अधर (नीचे के होंठ) का चुंबन यौन उत्‍तेजना जगाने में सहायक है तो ऊपरी होठों का चुंबन उत्‍तेजना को बढ़ाने और यौन क्रिया को तीव्रता प्रदान करने में सहयोगी साबित होता है। वैसे जानकारी के अभाव में कम स्‍त्री पुरुष ही एक दूसरे के ऊपरी होठ का रसास्‍वादन कर पाते हैं। वास्‍तव में ऊपरी होठों का चुंबन स्‍त्री पुरुष को इस कदर उत्‍तेजित कर देता है कि आचार्य वात्‍स्‍यायन ने यौन क्रीड़ा में इसे मीठा युद्ध करार दिया है। संभोग काल में छेड़छाड़, प्‍यार और आनंद में डुबने उतरने का खेल है ऊपरी होठों का चुंबन।

बेड पर यौन क्रीड़ा में अधर एवं ऊपरी होठों का महत्व

ऊपरी होठों को चूमने का जबर्दस्त तरीका

  • स्‍त्री जब पुरुष के नीचे वाले होंठ को चूम रही हो तो पुरुष अपने दोनों होंठों से उसके ऊपर वाले होंठ को पकड़ कर चूसना शुरू कर दे। इसे उत्‍तर चुंबितक कहा जाता है।

बेड पर यौन क्रीड़ा में अधर एवं ऊपरी होठों का महत्व

  • स्‍त्री पुरुष द्वारा एक दूसरे के दोनों होंठों को अपने दोनों होंठों से दबाकर हल्‍के-हल्‍के दांतों से प्रहार करना। इसे संपुटक चुंबन कहा गया है। यह चुंबन ज्‍यादातर पुरुष लेता है, लेकिन स्त्रियां भी बिना मूंछों वाले पुरुष का संपुटक चुंबन आसानी से ले सकती हैं।

बेड पर यौन क्रीड़ा में अधर एवं ऊपरी होठों का महत्व

  • संपुटक चुंबन के क्रम में वह साथी जिसे चूमा जा रहा है, वह अपनी जिह्वा से चूमने वाले के दांतों, तालु व जीभ के अगले भाग को रगड़े। इसे जिह्वा युद्ध कहा जाता है।

बेड पर यौन क्रीड़ा में अधर एवं ऊपरी होठों का महत्व

  • जब कोई साथी हठपूर्वक अपना मुंह चूमने के लिए दूसरे साथी के मुख में डाल देता है तो इसे वदन युद्ध कहते हैं और जब अपनी दांत से दूसरे के दांत को रगड़ते हैं तो इसे रदन युद्ध कहा जाता है।
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