ये है दुनिया का अनोखा जोड़ा,खाना नहीं सूर्य की रोशनी से रहता है जिंदा

अमेरिका से एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है,जहां एक जोड़े को जिंदा रहने के लिए खाने की जरुरत नहीं पड़ती हैं।34 साल की केमिला केस्तेलो और उनके पति अकाही रिकार्डो का दावा है कि वे खाने की जगह, केवल सूर्य की रोशनी से मिली ताकत के बल पर जिंदा रहते हैं। केमिला और अकाही के मुताबिक, वे हफ्ते में केवल 3 बार ही खाते हैं।ये है दुनिया का अनोखा जोड़ा,खाना नहीं सूर्य की रोशनी से रहता है जिंदा

खाने में वे फल का एक टुकड़ा या फिर सब्जियों का शोरबा ही लेते हैं। इन दोनों का कहना है कि 3 साल तक उन्होंने कुछ भी नहीं खाया और इसके बावजूद उन्हें न कभी कमजोरी हुई और न ही भूख का एहसास ही हुआ।

केमिला और अकाही का कहना है कि वे भूख लगने की याद भी भूल चुके हैं। केमिला ने बताया कि जब वह पहली बार गर्भवती हुईं, तब उन्होंने पूरे 9 महीने में केवल 5 बार ही खाया था। नैशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, ब्रिटेन में कुल आबादी के करीब 6.7 फीसदी लोगों में खाने-पीने संबंधी विकार है। इन आंकड़ों के हिसाब से देखें, तो केमिला और अकाही का ‘सूर्य की रोशनी’ पर जीने का दावा परेशान करने वाला है। इन दोनों का दावा है कि वे ब्रह्मांड में और खुद के भीतर मौजूद ऊर्जा की ताकत पर जीते हैं। 

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केमिला और अकाही इसे ‘लौकिक पोषण’ का नाम देते हैं। केमिला ने कहा, ‘इंसान खाने के बिना आसानी से जी सकते हैं। ऐसा करने के लिए उन्हें बाकी चीजों में मौजूद ऊर्जा के साथ खुद को जोड़ना होता है।केमिला और अकाही भले खुद केवल ‘सूर्य से मिलने वाली रोशनी’ पर जीते हों, लेकिन वे अपने बच्चों को खाने-पीने से नहीं रोकते हैं।

केमिला और अकाही खाना न खाकर जो पैसे बचाते हैं, उसका इस्तेमाल वे घूमने में करते हैं।इस ब्रेथेरियन लाइफस्टाइल के कारण हम जानते हैं कि जिंदगी में हमारे लिए क्या मायने रखता है।’ इतना ही नहीं, इस जोड़े का यह भी कहना है कि इस ‘फूड-फ्री’ लाइफस्टाइल के कारण वे पहले से कहीं ज्यादा स्वस्थ और फिट महसूस करते हैं।

 

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