यूपी: सीएम योगी ने सहायक अध्यापकों को दिए नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में सहायक अध्यापकों व प्रवक्ताओं को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इसके पहले माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने संबोधित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में सहायक अध्यापकों व प्रवक्ताओं को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में नौकरी पाने के लिए सिफारिश की जरूरत नहीं है। पूरी चयन प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी है। 2017 के पहले माध्यमिक शिक्षा की हालत अच्छी नहीं थी। हमने इसमें नवाचार किए और अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है।

समारोह में माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि और सभी शिक्षक गण में आप सबका इस कार्यक्रम में अभिनंदन करते हुए नवनियुक्त शिक्षकों को हृदय से बधाई देती हूं। मुख्यमंत्री के निर्देशन में माध्यमिक शिक्षा विभाग के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में चयनित 49 प्रवक्ताओं तथा 494 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र प्रदान दिया जा रहे है। माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री के प्रेरणादाई नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि उसमें सुधरता लाने के उद्देश्य से निष्पक्ष व पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों का चयन और समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए शैक्षणिक व्यवस्था में परिवर्तन करके जा रहे हैं।

परीक्षा की व्यवस्था की गई है और नई प्रक्रिया से राजकीय विद्यालय में 8423 और सहायता प्राप्त विद्यालयों में 34074 अध्यापकों का चयन किया जा चुका है। माध्यमिक विद्यालय में सुविधाओं के विकास हेतु प्रोजेक्ट अलंकार संचालित किया जा रहा है जिसके अंतर्गत वर्तमान वित्तीय वर्ष में कुल 508 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गई है।

इसी प्रकार सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय संस्कृत विद्यालय हेतु 14 करोड़ की धनराशि निर्गत की गई है। हमारी सरकार द्वारा विद्यार्थियों को राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा हेतु सक्षम बनाने के लिए एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया गया है। यहां पर प्रदेश में शिक्षा के हेतु आधुनिक विषयों का समावेश तथा एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तक लागू की गई है। नियमित शिक्षक के आने तक मानदेय के आधार पर शिक्षक नियोजित किए गए हैं और उक्त के अतिरिक्त सेवानिवृत शिक्षकों के पूल के रिक्त पदों पर मानदेय के आधार पर सत्र के अंत तक शिक्षण व्यवस्था भी की गई है।

मुख्यमंत्री योगी के प्रभावी मार्गदर्शन में हम नकल विहीन परीक्षा कराने में सफल रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की संकल्पना को वास्तविक रूप देने के लिए कार्य योजना विकसित कर अग्रसर है।

शिक्षक के व्यक्तिव्त का असर छात्र पर पड़ता है । आपकी शिक्षा से पहले आचरण, व्यक्तित्व बच्चे के जीवन पर असर डालता है। कोई सफलता स्थाई नहीं होती है। कार्य के प्रति सजग रहें। कई आईपीएस और आईएएस भी अपने काम की वजह से जेल में हैं। सभी शिक्षक समय से विद्यालय पहुंचें, समय से कक्षा लें। सभी अधिकारियों का आभार एक महीने में बोर्ड परीक्षा कराई और परिणाम दिया।

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