यूक्रेन के समुद्री ड्रोन रूस को रोकने में सफल, अब और बड़े हमलों की तैयारी में कीव

यूक्रेन अगले साल रूस पर और जटिल समुद्री हमले करने की योजना बना रहा है। ग्रुप 13 के कमांडर ‘13th’ के अनुसार, उनके ड्रोन बेड़े ने ब्लैक सी में रूसी नौसेना की हरकतों को काफी हद तक रोक दिया है। पहले जैसे हाई-प्रोफाइल हमले अब नहीं हो रहे क्योंकि रूस ने रणनीति बदल ली है।

यूक्रेन अगले साल तक रूस पर और हमले करने की योजना बना रहा है। इस बात की जानकारी यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी के समुद्री ड्रोन ऑपरेशन्स कमांडर ने दी। उन्होंने कहा है कि अगले साल रूस के खिलाफ और जटिल हमले होने की उम्मीद है। उनका कहना है कि यूक्रेन का अनक्रूव्ड ड्रोन बेड़ा पहले ही रूस की ब्लैक सी नौसेना की हरकतों को काफी हद तक रोक चुका है। वहीं यूक्रेन की विशेष समुद्री ड्रोन यूनिट, ग्रुप 13 के प्रमुख, जिन्हें केवल ’13th’ के कोड नाम से जाना जाता है, ने बताया कि उनके हमलों के बाद रूस को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी है।

उन्होंने कहा कि आज हमने शायद एक स्थिर स्थिति हासिल कर ली है। हम दुश्मन की हरकतों को रोक रहे हैं, लेकिन पहले जैसे बड़े और हाई-प्रोफाइल हमले अब नहीं हो रहे। इसका कारण है कि दुश्मन भी अब अपने तरीके बदल चुका है। बता दें कि पिछले महीने, यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया था कि समुद्री ड्रोन का इस्तेमाल रूस के ‘शैडो फ्लीट’ यानी प्रतिबंधों को चकमा देने वाले तेल टैंकरों पर हमले में किया गया। हालांकि, कमांडर ने इस पर टिप्पणी नहीं की।

समुद्री जहाज के बारे में बोले यूक्रेनी नौसेना

इस दौरान यूक्रेनी अधिकारी ने इस बात पर भी जोर दिया कि अब रूसी नौसैनिक जहाज बहुत कम समुद्र में निकलते हैं, आमतौर पर सिर्फ 40 किलोमीटर तक जाते हैं, मिसाइल दागने के बाद तुरंत लौट आते हैं। वे लगातार छिपते हैं। और यह हमारी यूनिट की वजह से भी है। आप सोच सकते हैं कि एक बेड़े को चलाना कितना महंगा और मुश्किल है जो समुद्र में ही काम नहीं कर सकता।

ड्रोन तकनीक से यूक्रेन को फायदा कैसे?

गौरतलब है कि यूक्रेन की सेना के लिए ड्रोन तकनीक बेहद जरूरी बन गई है। ये सस्ते और असरदार साधन हैं, जो टोही और हमले दोनों में इस्तेमाल होते हैं। यूक्रेन के दो समुद्री ड्रोन प्रोग्राम हैं, एक सेना चलाती है और एक घरेलू खुफिया एजेंसी। ग्रुप 13 मैगुरा परिवार के समुद्री ड्रोन चलाता है। इनके दो मॉडल हैं – V5, छोटा रैमिंग ड्रोन, और V7, बड़ा हथियार प्लेटफॉर्म।

दोनों ड्रोन रिमोट कंट्रोल से चलाए जाते हैं, जिनमें सूटकेस साइज के कंट्रोल कंसोल, जॉइस्टीक और स्क्रीन होती हैं। हाल ही में, ऑपरेटर्स ने V7 ड्रोन दिखाया, जिसमें संशोधित अमेरिकी साइडविंडर मिसाइलें लगी थीं। मई में, इस ड्रोन ने रूसी फाइटर जेट को मार गिराया था, जिसे कमांडर ने समुद्री युद्ध में ‘ब्रेकथ्रू’ बताया।

यूक्रेन की रणनीति जारी

इसके साथ ही कमांडर ने कहा कि रूस की रणनीति बदलने के बावजूद, यूक्रेन का समुद्री ड्रोन प्रोग्राम प्रभावी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हम कई मोर्चों पर काम कर रहे हैं ताकि स्थिति बदल सके और निर्णायक पल आए। उन्होंने कहा कि फिलहाल, मैं कह सकता हूं कि हमने अपनी प्रभावशीलता नहीं खोई है। हम सिर्फ दुश्मन की हरकतों को रोक रहे हैं।

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