युवक ने एक साल में रचाई 4 शादियां, बारी-बारी से लिए सात फेरे, फिर भी नहीं खुश, रो रहा किस्मत पर

जोधपुर. जोधपुर के एक युवक ने एक साल के भीतर ही चारों शादियां रचाईं. इसे नसीब कहें या कुछ और, एक भी दुल्हन साथ नहीं आई. कोई बस-ट्रेन से, तो कोई मंडप से ही फरार हो गई. युवक के पड़ोसियों ने शादी का झांसा देकर उससे 3,85,000 रुपये ठग लिए. मामला जोधपुर के लूणी थाने का है. युवक ने पुलिस को बताया कि जब उसने पड़ोसियों से पैसे वापस मांगे तो उसे जेल भिजवाने की धमकी दी गई. पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पीड़ित विजेंद्र भारती ने दर्ज शिकायत में बताया है कि उसकी शादी नहीं हो रही थी. अच्छे रिश्ते की तलाश में था.
पड़ोस में रहने वाले पप्पू भारती, अमर भारती, भंवरी देवी पत्नी अमर भारती और राकेश भारती से इस संबंध में चर्चा हुई. विजेंद्र उनकी बातों में आ गया. आरोपियों ने धोखाधड़ी से रुपए ऐंठने के लिए योजना बनाई. विजेंद्र को लेकर 26 अप्रैल 2024 को ट्रेन से सासाराम (बिहार) ले गए. वहां से बक्सर और बक्सर से फिर दिनार गए. वहां पर चार-पांच लड़कियां दिखाईं. लड़की से शादी के एवज में पप्पू भारती के खाते में ₹185000 डलवाए. अमर भारती, राकेश भारती, भंवरी देवी ने शादी के नाम पर 2 लाख कैश लिए और आपस में बांट लिए.
एक-एक कर भाग गईं चारों दुल्हनें
शादी के बाद जब विजेंदर राजस्थान वापस लौटने लगा तो पहली लड़की बस से उतरकर चली गई. विजेंद्र ने आरोपियों को बताया कि दुल्हन बस से भाग गई है. ऐसे में आरोपियों ने दूसरी शादी करवाने का झांसा दिया. दूसरे दिन ही विजेंद्र की अन्य लड़की से शादी करवा दी. दूसरी दुल्हन को लेकर विजेंद्र ट्रेन से जोधपुर के लिए रवाना हुआ लेकिन वह लड़की भी रास्ते में कहीं गुम हो गई. उसने काफी ढूंढा लेकिन नहीं मिली. विजेंद्र ने फिर से आरोपियों से संपर्क किया. फिर एक और लड़की से शादी करवा दी लेकिन इस बार एक नया ट्विस्ट आ गया. लड़की विजेंद्र के साथ साथ चलने को राजी नहीं हुई. विजेंद्र ने आरोपियों से पैसे मांगने शुरू कर दिए. आरोपियों ने विजेंद्र से कहा एक और लड़की से शादी करवाने की बात कही. वादे के मुताबिक एक और लड़की से शादी करवाई गई लेकिन इस बार दुल्हन मंडप से भाग गई.
विजेंद्र को इस बात का अहसास हो गया कि उसके साथ ठगी की गई है. वह आरोपियों के साथ जोधपुर लौट आया. आरोपियों ने अगली महीने शादी का फिर से झांसा दिया. जोधपुर लौटने के बाद विजेंद्र ने अपने पैसे वापस मांगे. विजेंद्र ₹3,85,000 रुपये लुटा चुका था. आरोपियों ने ₹1,15,000 दो महीने में लौटाने का वादा किया गया. दो महीने बीत जाने के बाद जब पैसे नहीं दिए तो विजेंद्र ने फिर से मांग दोहराई. न्याय के लिए कोर्ट की शरण ली. कोर्ट के आदेश पर पप्पू भारती (पुत्र अमर भारती), अमर भारती (पुत्र तेज भारती), भंवरी देवी (पत्नी अमर भारती) और राकेश भारती (पुत्र अमर भारती) के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. सभी आरोपी लूणी के रहने वाले हैं.





