बिहार में 21 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनेगा पावर प्लांट

बिहार को पीएम नरेंद्र मोदी जल्द एक और बड़ी सौगात दे सकते हैं। अभी ऐसी संभावना जताई जा रही है कि पीएम पीरपैंती पावर प्लांट परियोजना का शिलान्यास करेंगे। 15 सितंबर को वो इस कार्यक्रम के सिलसिले से भागलपुर आ सकते हैं। जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। जानें क्यों खास है ये पावर प्लांट।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को बिहार दौरे पर आएंगे। इस दौरान उनके द्वारा पीरपैंती पावर प्लांट परियोजना का शिलान्यास किए जाने की संभावना है। इसी को लेकर बिहार सरकार के ऊर्जा सचिव एवं सीएमडी मनोज कुमार सिंह मंगलवार को हेलीकॉप्टर से पीरपैंती पहुंचे और पावर प्लांट निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अदाणी पावर कंपनी के अधिकारियों को काम की गति तेज करने का निर्देश दिया। बता दें, 21 हजार करोड़ की लागत से इस पावर प्लांट का निर्माण किया जा रहा है।
स्थलीय निरीक्षण के बाद ऊर्जा सचिव ने पीरपैंती प्रखंड के ट्रायसेम भवन में जिला प्रशासन, ऊर्जा विभाग और अडानी कंपनी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में जमीन अधिग्रहण और निर्माण कार्य की प्रगति पर चर्चा हुई। सचिव ने निर्देश दिया कि अक्टूबर तक सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
‘भागलपुर और आसपास का सर्वांगीण विकास होगा’
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए पर्याप्त जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है और जल्द ही प्रारंभिक निर्माण कार्य शुरू होगा। सचिव ने इसे बिहार का सबसे बड़ा बिजली प्रोजेक्ट बताया और कहा कि यह क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे न केवल भागलपुर और आसपास का सर्वांगीण विकास होगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
परियोजना के लिए आवश्यक जमीन उपलब्ध-डीएम
ऊर्जा सचिव ने अपील की कि स्थानीय लोग इस परियोजना में सहयोग करें ताकि अधिकारियों का मनोबल बढ़े और यह बहुप्रतीक्षित सपना पूरा हो सके। इस दौरान भागलपुर के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि परियोजना के लिए आवश्यक जमीन उपलब्ध है। किसानों का लंबित मुआवजा भी दे दिया गया है और अब किसी तरह की समस्या नहीं है। अडानी पावर कंपनी, जिला प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर पूरी समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। डीएम ने प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा को लेकर तैयारियों की भी समीक्षा की और कुछ स्थानों का निरीक्षण किया।
21 हजार करोड़ की लागत से बनेगा प्लांट
लगभग 21 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह प्लांट, 800 मेगावाट की तीन इकाइयों वाला होगा, जिसका निर्माण अदाणी पावर लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने इस परियोजना को हाल ही में मंजूरी दी है, जिसके बाद निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इस परियोजना से बिहार को 6.075 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलेगी, जो राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।