यहां चाव से खाए जाते हैं पसीने वाले लड्डू, कांख में दबा-दबाकर होते हैं तैयार

आपने आजतक कई तरह की डिसेज ट्राई की होगी. हर जगह की कुछ खास डिश होती है, जिसे खाना लोग पसंद करते हैं. इन डिशेज के दीवाने लोग इसे चखने के लिए कई-कई किलोमीटर का सफर तय कर लेते हैं. पूरी दुनिया के कई देश अपने कंट्री के कुछ स्पेसिफिक कुजीन के कारण मशहूर है. जहां चीन में कुत्ते और बिल्ली का मांस चाव से खाया जाता है तो वहीं जापान में खाए जाते हैं पसीने वाले लड्डू.
नाम सुनकर शायद आप भी हैरान रह गए होंगे. आपको लग रहा होगा कि भला ये कैसा लड्डू है? लेकिन जैसा कि इसका नाम आपको बताया, ये असल में पसीने से ही बनाए जाते हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं जापान के स्पेशल राइस बॉल की. ये राइस बॉल खूबसूरत लड़कियों के कांख से दबाकर तैयार किया जाता है. इसके चावल पहले पका लिए जाते हैं. इसके बाद इन्हें ठंडा कर खूबसूरत लड़कियों के कांख के नीचे रखा जाता है, जहां दबा-दबा कर इसे शेप दिया जाता है.
रेस्त्रां में निकलती है वेकेंसी
आपको भले ही ये सुनने में अटपटा लग रहा होगा लेकिन जापान में इसे चाव से खाया जाता है. इस राइस बॉल को बनाने के लिए कई रेस्त्रां में लड़कियां रखी जाती है. उनके कांख के नीचे दबाकर इन्हें तैयार किया जाता है. बात अगर स्वाद की करें, तो इसे खाने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है. मर्दों में इस राइस बॉल को खाने का क्रेज देखने को मिलता है. लेकिन इसे बनाने का तरीका और नियम काफी सख्त है. अगर इसके नियम नहीं माने गए तो राइस बॉल को अपना यूनिक टेस्ट नहीं मिल पाता.
बेहद सख्त हैं नियम
कांख से बनाए इन राइस बॉल का स्वाद काफी यूनिक होता है. इसे बनाने के लिए सिर्फ और सिर्फ खूबसूरत लड़कियों को रखा जाता है. चावलों को पहले से पकाया जाता है. इसमें सॉस मिलाया जाता है. इसके बाद जब चावल तैयार हो जाते हैं तब इसे लड़कियां अपनी कांख के नीचे दबाकर शेप देती है. इसे बनाने वाली लड़कियों के कांख पर बाल नहीं होने चाहिए. इसके अलावा पसीने से बदबू नहीं आनी चाहिए. राइस बॉल बनाने के दौरान अगर कांख पर चावल चिपका रह जाता है तो उसे खाने के लिए कस्टमर्स में होड़ मच जाती है. अब इसे जापान के साथ ही साथ चीन में भी चाव से खाया जाने लगा है.