म्यान की जगह बच्चे के पेट में घुसी दूल्हे की तलवार, फेरे से पहले पहुंचा…!

नीमच। खेजड़ी पूजा के दौरान तलवार लगने से 12 वर्षीय बालक की मृत्यु के मामले में पुलिस ने तलवार जब्त कर दूल्हे को जेल भेज दिया है। रामपुरा पुलिस के अनुसार घटना गुरुवार रात 11.30 से 12 बजे के बीच की है। भोई मोहल्ला निवासी फूलचंद भोई की शादी थी। खेजड़ी पूजा की रस्म के बाद वह तलवार म्यान में रख रहा था। भूलवश तलवार पीछे की ओर खड़े हेमंत भोई (12) के पेट में लग गई थी। जिसके बाद दूल्हे को गिरफ्तार कर पुलिस थाने ले आई थी।

म्यान की जगह बच्चे के पेट में घुसी दूल्हे की तलवार, फेरे से पहले पहुंचा...!

फूलचंद व साथी हेमंत व उसके भाई भूपेंद्र को घटनास्थल पर छोड़कर शादी के लिए रवाना हो गए थे, लेकिन दुल्हन व परिजनों ने शादी से इंकार कर दिया था। मामले में रामपुरा पुलिस ने शुक्रवार रात दूल्हे फूलचंद को गैरइरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। तलवार को जब्त कर 25 आर्म्स एक्ट में भी कार्रवाई की। शनिवार को दूल्हे फूलचंद को न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

म्यान के बजाए पेट में घुसी तलवार

भोई मोहल्ला के फूलचंद पिता परमानंद भोई (19) व पूजा पिता गुड्डूलाल भोई (18) की शादी थी। फूलचंद व परिजन वर निकासी के बाद बारात के रूप में दुल्हन के घर की ओर रवाना हो रहे थे। रास्ते में बारात रूकी।

दूल्हा फूलचंद, समाज के भूपेंद्र पिता भोनीशंकर भोई (17) व भाई हेमंत (12) सहित अन्य बाराती खेजड़ी पूजा के लिए बस स्टैंड क्षेत्र में पहुंचे। प्याऊ के पीछे खेजड़ी पूजा की रस्म पूरी की गई। रस्म पूर्ण करने के बाद दूल्हे फूलचंद ने तलवार को म्यान में रखने की कोशिश की तो तलवार म्यान में जाने की बजाय पीछे खड़े हेमंत के पेट में जा घुसी।

शादी के उत्साह में फूलचंद व अन्य बाराती भूपेंद्र व हेमंत को छोड़कर दुल्हन के घर के लिए रवाना हो गए। बस स्टैंड पर मौजूद अन्य लोगों ने हेमंत को सिविल अस्पताल पहुंचाया। डॉ.सुरेंद्र पटेल ने प्राथमिक उपचार के बाद हेमंत को नीमच रेफर किया। लेकिन नीमच पहुंचने से पूर्व ही उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना की जानकारी दुल्हन व परिजनों को लगी तो उन्होंने शादी से इंकार कर दिया। समूचे घटनाक्रम की जानकारी के बाद भोई मोहल्ला में सनसनी का माहौल बना रहा। पुलिस ने मामला जांच में लिया।

शादी की आस थी, दुल्हन व परिजन मुकर गए

दूल्हा फूलचंद व मेहमान बारात लेकर दुल्हन पूजा पिता गुड्डूलाल भोई (18) के घर पहुंचे। सबकुछ सामान्य चल रहा था। लेकिन बस स्टैंड पर हुई घटना की जानकारी व हेमंत की मृत्यु का समाचार पूजा व परिजनों को लगा तो उन्होंने शादी से इंकार कर दिया। बारात को बैरंग लौटा दिया।

घटना की कहानी, प्रत्यक्षदर्शी की जुबानी

हेमंत के भाई भूपेंद्र भोई (17) की माने तो घटना गुस्र्वार रात 11.30 से 12 बजे के बीच हुई। समाज के फूलचंद पिता परमानंद भोई की शादी थी। वर निकासी के बाद बस स्टैंड के समीप प्याऊ के पीछे खेजड़ी काटने की रस्म की गई। दूल्हा सहित अन्य नशे में थे। सामाजिक स्तर पर शादी होने के कारण मैं व भाई हेमंत भी पूजा के दौरान मौजूद थे। खेजड़ी पूजा के बाद फूलचंद ने तलवार म्यान में रखने की कोशिश की। लेकिन म्यान की बजाय तलवार हेमंत के पेट में घुस गई। मुझे व भाई को मौके पर छोड़कर फूलचंद व अन्य बाराती रवाना हो गए। बस स्टैंड पर मौजूद अन्य लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। बाद में परिजनों को पता चला।

क्या है खेजड़ी पूजा

हिंदू धर्म के कई समाजों में वर निकासी के दौरान खेजड़ी पूजा की रस्म होती है। खेजड़ी के पेड़ की पूजा के बाद प्रतीक स्वरूप दुल्हा कटार या तलवार से सांकेतिक रूप से खेजड़ी की छोटी डाल काटता है। इसके बाद ही बारात दुल्हन के घर रवाना होती है।

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