अक्षय ने कहा, मैं लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए फिल्में नहीं करता

अभिनेता अक्षय कुमार ने अपने 25 साल से ज्यादा समय के फिल्मी सफर में विविधतापूर्ण किरदार निभाए हैं। 100 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता ने कई बार फिल्म के जरिये लोगों को सच के साथ जाने के लिए प्रेरित भी किया है। हालांकि, उनका कहना है कि उन्होंने कभी भी दर्शकों को किसी मुद्दे पर उपदेश देने या उनकी मानसिकता बदलने के बारे में नहीं सोचा है।अक्षय ने कहा, मैं लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए फिल्में नहीं करता
अक्षय ने बताया, ‘मैं लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए फिल्में नहीं करता। इसलिए मैं वहीं फिल्में पेश करता हूं, जिनमें मुझे खुद यकीन है। पसंद-नापसंद लोगों पर निर्भर करती है।’ अक्षय की फिल्म ‘जॉली एलएलबी-2’ शुक्रवार को रिलीज हो रही है। अक्षय ने मुस्कुराते हुए कहा कि उन्होंने फिल्म ‘ओह माय गॉड’ इसलिए की, क्योंकि वह मूर्ति पूजा में यकीन नहीं रखते। उनका मानना है कि भगवान हम सबके अंदर होते हैं।

बॉलिवुड में खिलाड़ी के नाम से मशहूर अक्षय ने कहा कि कई लोगों ने उन्हें बताया कि फिल्म उन्हें बेहद पसंद आई और वे भी मूर्ति पूजा में यकीन नहीं रखते। हालांकि, अक्षय कहते हैं कि उन्होंने जानबूझकर फिल्मों के जरिए सीख देने की कोशिश कभी नहीं की।

अक्षय के मुताबिक, ‘जॉली एलएलबी-2’ एक गंभीर विषय पर रोशनी डालता है, जो यह है कि प्यार और जंग में सब कुछ जायज नहीं होता, जबकि हमेशा यही सुना गया है कि प्यार और जंग में सब कुछ जायज है। सुभाष कपूर निर्देशित ‘जॉली एलएलबी-2’ में हुमा कुरैशी, सौरभ शुक्ला और अन्नू कपूर भी हैं।

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