मेरठ में 6.75 लाख मतदाताओं की तलाश में दोबारा सत्यापन

एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) में मेरठ की सातों विधानसभाओं में 6.75 लाख मतदाताओं की तलाश में दोबारा सत्यापन कराया जा रहा है। एएसडीडी (अनुपस्थित, शिफ्ट, मृत्यु और डुप्लीकेट मतदाता) के पते पर बीएलओ जाएंगे। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. वीके सिंह ने जनपद में 275 अफसरों की ड्यूटी लगाई है। 26 दिसंबर को अंतिम सूची तैयार होगी, उसके बाद पता चलेगा कि जनपद में कितने मतदाता हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. वीके सिंह ने बताया कि जनपद में 26 लाख 99 हजार 820 मतदाता हैं। करीब 75 प्रतिशत (20 लाख 24 हजार 865) मतदाताओं ने गणना प्रपत्र दिए। इन सबका शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन कर दिया गया है। जनपद में ऐसे मतदाताओं की एएसडीडी (अनुपस्थित, शिफ्ट, मृत्यु और डुप्लीकेट मतदाता) श्रेणी बनाई गई है। इनके नाम पते पर जो मतदाता नहीं मिल रहे हैं, दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके हैं, मृत्यु हो चुकी है या फिर डुप्लीकेट मतदाता बने हैं, उनका बीएलओ द्वारा सत्यापन कराया जा रहा है।
एएसडीडी श्रेणी में आने वाले मतदाताओं का दोबारा सत्यापन कराया जा रहा है, ताकि पारदर्शिता के साथ मतदाता सूची बनाई जा सके। पात्र मतदाता छूटें नहीं और अपात्रों का नाम हट जाए, इसको देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने एएसडीडी श्रेणी के मतदाताओं के सत्यापन में 275 अफसरों की ड्यूटी लगाई है।
निर्वाचन आयोग ने दो सप्ताह की अवधि बढ़ा दी है, इसको देखते हुए 26 दिसंबर को मतदाता सूची का प्रकाशन कराने की तैयारी है। मतदाता सूची की पारदर्शिता को देखते हुए दोबारा सत्यापन कराया जा रहा है। एएसडीडी व गणना प्रपत्र जमा करने वाले मतदाताओं का शत-प्रतिशत सत्यापन करना अनिवार्य है। इसलिए एएसडीडी श्रेणी वाले मतदाताओं का भी बीएलओ की ओर से पूरे रिकॉर्ड का डिजिटाइजेशन कराया जाएगा।
वर्ष 2003 वाली मतदाता सूची से भी एएसडीडी श्रेणी वाले मतदाताओं की जानकारी बीएलओ जुटाने में लगे हैं। राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधि व बीएलए से आपत्तियां भी मांगी गई हैं, ताकि उनका भी निस्तारण किया जा सके।

ये बोले जिला निर्वाचन अधिकारी
अभी एएसडीडी मतदाताओं का दोबारा सत्यापन कराया जा रहा है। इसके लिए 275 अफसरों की ड्यूटी लगा दी गई है। 26 दिसंबर 2025 तक गणना अवधि निर्धारित की गई है। निर्वाचन नामावलियों का प्रकाशन 31 दिसंबर को होगा। 21 फरवरी तक नोटिस चरण में गणना प्रपत्रों पर निर्णय और दावों एवं आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। अंतिम प्रकाशन 28 फरवरी को होगा।
- डॉ. वीके सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी।





