मेयर चुनाव के लिए निगम ने जारी किए निर्देश, प्रवेश केवल पहचान पत्र से; मीडिया के लिए भी नियम तय

एमसीडी ने मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर सख्ती दिखाते हुए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। चुनाव के लिए 25 अप्रैल को सिविक सेंटर के ए-ब्लॉक में होने वाली सदन की बैठक के संबंध में निगम सचिवालय ने पार्षदों के साथ-साथ मीडिया के लिए भी नियम तय किए हैं।
एमसीडी ने स्पष्ट किया है कि केवल उन्हीं पार्षदों, कर्मचारियों और मीडिया प्रतिनिधियों को प्रवेश मिलेगा, जिनके पास वैध पहचान पत्र होगा। सभी को प्रवेश पर पहचान-पत्र दिखाना अनिवार्य होगा।
यहां तक कि ए-ब्लॉक स्थित कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों को भी पहचान पत्र दिखाना होगा। आम नागरिकों को किसी भी हालत में ए-ब्लॉक में प्रवेश नहीं मिलेगा। मतदान प्रक्रिया की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए पोलिंग बूथ में मोबाइल या अन्य कोई भी उपकरण ले जाने की मनाही होगी। चुनाव के दिन प्रत्याशियों को समर्थक लाने की अनुमति नहीं होगी। बाहरी वाहनों को भी सिविक सेंटर परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा।
वनिर्वाचित मेयर या डिप्टी मेयर का सभा भवन में स्वागत या सम्मान समारोह आयोजित करने की भी रोक रहेगी। मीडियाकर्मियों को केवल सभा भवन की मीडिया गैलरी तक ही सीमित रखा गया है। वे अपने निर्धारित स्थानों पर ही रहेंगे। वहीं, पार्षदों के वाहनों को केवल बेसमेंट में पार्क करने की अनुमति दी गई है।
वीरेंद्र सचदेवा बोले-जल्द भाजपा का मेयर मिलेगा : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली को जल्द भाजपा का मेयर मिलेगा। ट्रिपल इंजन की सरकार होगी और सभी को निगम की सुचारू सुविधा शुरू होंगी। आप की मेयर चुनाव न लड़ने की घोषणा कोई राजनीतिक त्याग नहीं, बल्कि निश्चित हार की पूर्व स्वीकृति है।
आप नेता सौरभ भारद्वाज व आतिशी का भाजपा पर पार्षदों की तोड़फोड़ कर सत्ता पाने का आरोप लगाना न सिर्फ हास्यास्पद है, बल्कि उनके नेतृत्व की राजनीतिक व प्रशासनिक विफलता है। अपनी गलतियों का भाजपा पर थोपने जैसा है। 2022 में आप के टिकट पर बहुमत से जीत कर आए अधिकांश पार्षदों को उम्मीद थी कि वे जनता के प्रति अपनी जवाबदेही पूरी करेंगे, लेकिन ढाई वर्ष तक निगम का गठन पूर्ण होने नहीं दिया गया जिससे निगम के विकास, रखरखाव व प्रशासनिक कार्य ठप रहे।
जनता के प्रति जवाबदेही समझने वाले आप पार्षदों ने अपने नेतृत्व से निराश होकर पार्टी छोड़ी है। दिल्ली में पहली बार सातों लोकसभा सांसदों के साथ केंद्र, विधानसभा व निगम में भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार आ रही है। इससे आप नेतृत्व हताश है।
कांग्रेस ने फरहाद सूरी और नाजिया दानिक्स को जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी
मेयर-डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर कांग्रेस ने गतिविधियां तेज कर दी हैं। पार्टी ने पूर्व मेयर फरहाद सूरी और पार्षद दल की नेता नाजिया दानिक्स को जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस ने केवल आप व भाजपा पार्षदों से समर्थन मांगने का फैसला किया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, जिसमें सभी मतदाताओं से संपर्क किया जाता है। ऐसे में वे किसी भी पार्टी के पार्षदों से समर्थन मांगने में झिझक नहीं करेंगे। कांग्रेस पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त एमसीडी के एजेंडे को लेकर चुनाव मैदान में है और हर संभव सहयोग जुटाने का प्रयास कर रही है। पार्टी यह भी दावा कर रही है कि फरहाद सूरी के पास निगम प्रशासन का लंबा अनुभव है और पार्षद दल की नेता नाजिया भी काफी सक्रिय हैं।
भाजपा खरीद-फरोख्त से बनाती है सरकार : मेयर
मेयर महेश कुमार ने मंगलवार को कहा कि भाजपा पूरे देश में जनता की ओर से नकारे जाने के बावजूद खरीद-फरोख्त के जरिये सरकार बनाने का काम करती रही है। भाजपा विपक्षी दलों के विधायकों और पार्षदों को डराने-धमकाने, झूठे आरोप लगाने और पैसों का लालच देकर अपनी सरकार बनाती है। एमसीडी में भी भाजपा ने आप के 20 पार्षदों को इसी तरह तोड़ा है और अब अपनी सरकार बनाने में सफल हो रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आप सच्चाई के रास्ते पर चली है और आगे भी उसी मार्ग पर चलेगी।