मूर्ति चोरी से लेकर दुष्कर्म और ठगी तक, चार मामलों में पुलिस का बड़ा एक्शन

जयपुर में मूर्ति चोरी, ऑनलाइन ठगी, दुष्कर्म आदि मामलों में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की तलाश के लिए अभियान जारी है। पुलिस का कहना है कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
राजधानी जयपुर और आसपास के हिस्सों में अपराध के कई गंभीर मामलों का पुलिस ने खुलासा किया है। इनमें मूर्ति चोरी, अवैध हथियार तस्करी, दुष्कर्म और मोबाइल चोरी के बाद ऑनलाइन ठगी जैसे मामले शामिल हैं। पुलिस की सख्त कार्रवाई और तकनीकी जांच की बदौलत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और जांच जारी है।
200 साल पुराने मंदिर से मूर्ति चोरी
दौलतपुरा थाना पुलिस ने जयपुर पश्चिम स्थित चौंप गांव के 200 वर्ष पुराने प्राचीन लक्ष्मीनाथ मंदिर से मूर्ति चोरी के मामले में 22 वर्षीय मनीष कुमार प्रजापत को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से राधा-कृष्ण, लड्डू गोपाल और दुर्गा माता की तीन बहुमूल्य मूर्तियां बरामद हुईं।
पुलिस के अनुसार आरोपी नशे का आदी है और नशे के लिए पैसे जुटाने के उद्देश्य से उसने मंदिर में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बाकी मूर्तियां उसने नींदड़ मोड़ पर एक कबाड़ी फेरीवाले को बेच दीं।
हथियार सप्लायर की गिरफ्तारी
प्रतापगढ़ पुलिस और एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स ने संयुक्त ऑपरेशन में उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद निवासी गुलाम हुसैन को गिरफ्तार किया है। गुलाम, राजस्थान में सक्रिय प्रवीण उर्फ अंकल गैंग को अवैध हथियारों की सप्लाई करता था।
28 जून को एक स्थानीय बदमाश की गिरफ्तारी के बाद खुली इस शृंखला में कई हथियार, जिंदा कारतूस और नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपी भी पकड़े जा चुके हैं। गुलाम पूर्व में मुठभेड़ में घायल होकर जेल गया था और हाल ही में जमानत पर छूटा था।
नौकरी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म
श्याम नगर थाना क्षेत्र में एक शातिर युवक ने अच्छी कंपनी में नौकरी का झांसा देकर युवती से होटल में दुष्कर्म किया। आरोपी ने पहले युवती को नशीला पदार्थ पिलाया, फिर अश्लील तस्वीरें खींचकर उसे ब्लैकमेल किया।
पीड़िता के विरोध पर आरोपी ने उसे बदनाम करने की धमकी दी। बाद में युवती ने कोर्ट की शरण ली, जिसके आदेश पर पुलिस ने आईटी एक्ट और दुष्कर्म की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की है।
मोबाइल चोरी कर ऑनलाइन ठगी
सांगानेर थाना क्षेत्र में ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े भीलवाड़ा निवासी दुर्गेश कुमार का मोबाइल चोरी हो गया। बाद में शातिर बदमाशों ने उसी मोबाइल से फोन-पे के जरिए 3.32 लाख की ऑनलाइन ठगी कर डाली। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से कुछ सुराग मिले हैं और मामले की जांच तकनीकी सहायता के साथ जारी है।
इन चारों मामलों में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी पकड़े या उनकी पहचान कर ली है। तकनीकी जांच, फुटेज विश्लेषण और सटीक सूचना संकलन के जरिए पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। राजस्थान पुलिस का कहना है कि अपराध पर नियंत्रण के लिए विशेष अभियान और सतर्क निगरानी लगातार जारी रहेगी।