मुरादाबाद शहर में घुसा पानी: प्रशासन ने जारी किया अलर्ट, रास्ते बंद…

रामगंगा नदी में उत्तराखंड से तीन लाख क्यूसेक पानी आने से मुरादाबाद जिले में बाढ़ से 67 गांवों की फसलें डूब गईं और कई घरों में पानी घुस गया। जामा मस्जिद के पास पानी भरने से ताजपुर व इस्लामनगर मार्ग बंद हैं। हरदासपुर स्थित निर्माणाधीन जंभेश्वर यूनिवर्सिटी परिसर में भी पानी भर गया है। मूंढापांडे क्षेत्र के 13 गांव पानी से घिर गए हैं और अगवानपुर तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है।
उत्तराखंड से तीन लाख क्यूसेक पानी रामगंगा नदी में आने के कारण जिले में बाढ़ आई है। जिले के 67 गांंवों में फसलें डूब गई है। पीतलनगरी में जामा मस्जिद के नजदीक पानी आने के कारण ताजपुर मार्ग, इस्लाम नगर मार्ग बंद कर दिया गया है। शहर के कई घरों में पानी घुस गया है। जिले के अधिकारियों का मानना है कि शनिवार तक पानी का बहाव कम हो जाएगा।
रामगंगा नदी में आई बाढ़ के चलते इस्लामनगर मार्ग दूसरे दिन भी रात में बंद रहा। नदी में आई बाढ़ के चलते हरदासपुर में निर्माणाधीन जंभेश्वर यूनिवर्सिटी परिसर में पानी लबालब भर गया है। जेसीबी और अन्य मशीनों का चलना मुश्किल हो गया है। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता आरबी सिंह ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया।
बताया कि अभी कार्य करना असंभव है। बाढ़ का पानी हटने पर कुछ किया जाएगा। इधर बाढ़ का पानी जामा मस्जिद के नजदीक आ गया है। कटघर क्षेत्र के काफी संख्या में लोगों के घरों में पानी घुस गया है। ताजपुर मार्ग के ऊपर से पानी बह रहा है। इसी कारण पुलिस ने रास्ता बंद कर दिया है। वहीं मूंढापांडे क्षेत्र के 13 गांव पानी से घिर गए हैं। अगवानपुर तक बाढ़ का पानी आ गया है।
650 लोगों को दिया गया भोजन
जिला प्रशासन की टीमों ने बाढ़ प्रभावित गांवों के 650 लोगों को भोजन बंटवाया। बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए 32 मेडिकल टीमें, 30 एंबुलेंस को लगाया गया है। मेडिकल टीमों ने गांव के 452 लोगों का उपचार किया है। 1181 क्लोरीन एवं 577 ओआरएस के पैकेट का वितरण किया गया। पशु चिकित्सकों ने पशुओं का टीकाकरण किया। शुक्रवार को 1845 पशुओं का टीकाकरण किया गया। अभी तक कुल 88947 पशुओं का टीकाकरण किया गया है।
जिले के 65 गांवों की फसलें डूबीं
डीएम अनुज सिंह ने कृषि विभाग को फसलों की क्षति का आंकलन करने का निर्देश दिए हैं। क्षति की देखरेख की जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ममता मालवीय की होगी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने सभी 35 बाढ़ चौकियों को संचालित कर दिया है। 29 बाढ़ शरणालयों में रहने की व्यवस्था की गई है।
श्मशान घाट में भी पानी भरा : सीएल गुप्ता आई हॉस्पिटल के नजदीक स्थित श्मशान घाट पर एक फीट ऊपर पानी आ गया है। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टिकोण से बैरियर लगाकर इस मार्ग को बंद कर दिया है। विधायक रितेश गुप्ता ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया।
उत्तराखंड से दो दिन पहले तीन लाख क्यूसेक पानी बिजनौर की तरफ छोड़ा गया था। वहां से रामगंगा का पानी मुरादाबाद तक आया है। अब बिजनौर में पानी घट गया है। संभावना है कि शनिवार को मुरादाबाद में पानी कम हो जाएगा। – आंजनेय कुमार सिंह, मंडलायुक्त
रामगंगा और कोसी नदी में बाढ़ आने से संपर्क मार्ग डूबे
मूंढापांडे इलाके में रामगंगा व कोसी नदी में शुक्रवार को बाढ़ आने से क्षेत्र के दस गांव घिर गए हैं। फसलें पानी में डूब गई हैं। इससे लोग परेशान हो गए हैं। मूंढापांडे रनियाठेर मार्ग पर हीरापुर, रनियाठेर गदईखेडा के गांव के नजदीक बाढ़ का पानी बह रहा है। इन गावों में बाहरी तरफ रह रहे लोग परेशान हो गए हैं।
गदईखेड़ा निवासी देशपाल, मुकेश कुमार, राजीव, मनोज ने बताया कि उनके घरों के रास्तों पर पानी आ गया है। चकलालपुर, जैतपुर विसाहट, हिरनखेडा के मार्ग और खेत पानी से भर गए है। रामगंगा नदी का पानी अक्का डिलारी-घोसीपुरा मार्ग पर अक्का डिलारी के पास सड़क पर करीब ढाई फीट ऊपर बह रहा है।
इस कारण लोगों को पैदल सफर तय करना पड़ रहा है। गतौरा की साप्ताहिक बाजार में पानी भर गया है। अक्का पांडे भोजपुर के प्रधान गोविंद प्रसाद, चंदनपुर ईसापुर के पूर्व प्रधान सुरेंद्र, घोसीपुरा के भाकियू टिकैत गुट के नेता नरेश प्रताप सिंह ने बताया कि उनके गांव के पास पानी आ गया है। गतौरा की साप्ताहिक बाजार में पानी भर गया है।