मुद्रा योजना से कैसे मिलेगा ₹20 लाख तक का लोन, जानें स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस

अगर आप एक उद्यमी हैं, लेकिन पैसों की तंगी की वजह से अपने व्यवसाय को आगे नहीं बढ़ा पा रहे हैं। और आपको लोन नहीं मिल पा रहा है, तो प्रधानमंत्री मुद्रा योजना इसमें आपकी मदद कर सकती है। पीएम मुद्रा योजना (PMMY) भारत सरकार की एक ऐसी योजना है, जिसके जरिए छोटे कारोबारियों को लोन मुहैया कराया जाता है। मुद्रा एक तरह की NBFC यानी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल संस्था है, जो छोटे व्यवसायी को लोन देने वाले वित्त संस्थानों जैसे कमर्शियल बैंकों, MFIs, स्मॉल फाइनेंस बैंकों और अन्य NBFCs को फंड मुहैया कराती है। इसी के जरिए जरूरतमंद छोटे उद्यमियों को लोन मिल पाता है। इस योजना की खास बात यह है कि इसमें कोई गारंटी या फिर सिक्योरिटी नहीं जमा करनी होती।
अगर आप अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के जरिए लोन लेना चाहते हैं और आपको इसका प्रोसेस नहीं पता है तो आज हम आपको इसके बारे में जानकारी देंगे और बताएंगे कि आखिर इस योजना के जरिए आपको कितने रुपये तक का लोन मिल सकता है।
PM मुद्रा योजना के तहत कितने रुपये का लोन मिलता है?
इस योजना के तहत लोन की राशि के आधार पर इसे 4 भागों में बांटा गया है। इसकी पहली कैटेगरी है शिशु मुद्रा लोन। दूसरी किशोर मुद्रा लोन। तीसरी तरुण मुद्रा लोन। और चौथा तरुण प्लस मुद्रा लोन।
शिशु मुद्रा लोन के तहत अधिकतम 50,000 रुपये तक का लोन मिलता है।
किशोर मुद्रा लोन के तहत 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का लोन मिलता है।
तरुण मुद्रा लोन के तहत 5 लाख से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन मिलता है।
तरुण प्लनस मुद्रा लोन के तहत 10 लाख से 20 लाख रुपये तक का लोन मिलता है।
किसे दिया जाता है मुद्रा योजना के तहत लोन?
पीएम मुद्रा योजना के तहत छोटे दुकानदार, होम बेस्ड बिजनेस, महिला उद्यमी, किसान, पशुपालक, छोटे कारीगर, नया बिजनेस शुरू करने वाले स्टार्टअप, MSME, रेहड़ी-पटरी वाले, खुदरा विक्रेता, व्यापारी, छोटे निर्माता, पार्टनरशिप फर्म, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप आदि को लोन मिलता है।
मुद्रा योजना के तहत लोन लेने के लिए कैसे अप्लाई करें?
अगर आप मुद्रा योजना के तहत लोन लेना चाहते हैं तो आप दो ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों ही तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
अगर आप ऑफलाइन अप्लाई करके लोन लेना चाहते हैं तो आपके इसके लिए नजदीकी बैंक या फिर लोन देने वाली NBFC संस्था के दफ्तर में जाना होगा। इसके बाद आपको मुद्रा लोन फार्म लेकर भरना होगा। फॉर्म के साथ आपको जरूरी दस्तावेज भी संलग्न करना होगा। इसके बाद आपको फॉर्म सबमिट करना होगा।
वहीं, अगर आप ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको मित्र पोर्टल पर जाना होगा। यहां पर पहले रजिस्ट्रेशन करें। इसके बाद लोन लेने के लिए आवेदन करें। आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। अपने बैंक या फिर NBFC संस्था का चयन करें जहां से आप लोन लेना चाहते हैं। इसके बाद सबमिट कर दें। इस प्रक्रिया के बाद लेंडर यानी बैंक या फिर लोन देने वाली संस्था आप से खुद ही संपर्क करेगी और प्रोसेस को आगे बढ़ाएगी।
अगर आप शिशु मुद्रा लोन का फॉर्म भर रहे है तो उसका फॉर्म अलग होगा। वहीं, अगर आप किशोर और तरुण मुद्रा के तहत लोन ले रहे हैं तो दोनों का फॉर्म एक जैसा होग।
Mudra Loan लेने के लिए जरूरी दस्तावेज
मुद्रा योजना के तहत अगर आप लोन लेने के लिए आवेदन कर रहे हैं तो कुछ जरूर दस्तावेजों का होना आवश्यक है। बिना जरूरी दस्तावेजों के आपको लोन नहीं मिलेगा। आइए जानते हैं कि मुद्रा योजना के तहत लोन लेने के लिए कौन से दस्तावेज जरूरी हैं।
आवेदक पास KYC के लिए पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड का होना आवश्यक है। इनमें से पैन और आधार कार्ड अनिवार्य है।
अगर आवेदक किसी स्पेशल कैटेगरी से आता है जैसे- SC/ST/OBC तो इसका प्रमाण पत्र होना जरूरी है।
आवेदक को 6 महीने का बैंक अकाउंट का स्टेटमेंट भी देना होता है।
अगर आप बिजनेस कर रहे हैं तो आपका बिजनेस कितना पुराना है, अब तक कैसे चला, इन सबका प्रमाण देना होता है। हालांकि, यह आवेदक के व्यवसाय के ऊपर निश्चित करता है। जरूरी नहीं कि यह सभी के ऊपर लागू हो।
पीएम मुद्रा योजना के तहत कितने दिन में मिलता है लोन?
मुद्रा योजना के तहत लोन का आवेदन करने के बाद इसे प्रोसेस होने में 7 से 10 या फिर 15 दिन तक का समय लग सकता है। कभी-कभी इसमें और समय भी लग सकता है।
PM Mudra Loan की ब्याज दर कितनी है?
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत मिलने वाले लोन की ब्याज दर को मुद्रा खुद नहीं तय करती। बैंक या फिर लोन देने वाली संस्था इस योजना के तहत दिए जाने वाले लोन पर ब्याज की दर डिसाइड करते हैं। जैसे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में मुद्रा लोन की ब्याज दर 10.75% से 12% तक है। केनरा बैंक में 10.30%-12.00%, बैंक ऑफ बड़ौदा में 9.40%-11.75% है। इसी तरह अलग-अलग बैंक और NBFC संस्थाएं मुद्रा योजना के तहत ब्याज दर डिसाइड करते हैं।