मुजफ्फरपुर में दीपावली पर भक्ति की गूंज, लक्ष्मी मंदिर में भक्तों का सैलाब

मुजफ्फरपुर में माता लक्ष्मी को समर्पित दिवाली का पर्व इस बार बड़ी धूमधाम और आस्था के साथ मनाया गया। पूरे शहर को रंगीन बल्ब, फूल और रोशनी से सजाया गया, वहीं उत्तर बिहार की एकमात्र सबसे बड़ी लक्ष्मी-गणेश मंदिर में दर्शन को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
दर्शन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई थीं
देर शाम माता के विशेष पूजन और महा आरती के बाद भक्तों को दर्शन कराया गया। मंदिर में दर्शन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई थीं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। भक्तों को पंक्तिबद्ध होकर दर्शन कराया गया। यह मंदिर दिवाली की शाम से लेकर अगले दिन सुबह तक श्रद्धालुओं से गुलजार रहता है। यहां न केवल मुजफ्फरपुर बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग माता के दर्शन और अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए पहुंचते हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल और अर्धसैनिक बल की तैनाती भी की गई थी।
यह मंदिर वर्ष 1921 में स्थापित हुआ था
लक्ष्मी मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित आशुतोष तिवारी ने बताया कि यह मंदिर कई विशेषताओं के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि दिवाली की रात यहां भक्तों का सैलाब उमड़ता है। मंदिर में भक्त माता को चूंदड़ी, नारियल और अन्य पूजन सामग्री अर्पित करते हैं। यह मंदिर वर्ष 1921 में स्थापित हुआ था और समय के साथ इसकी महत्वता और भी बढ़ती जा रही है।
जगमग हुआ माता का मंदिर
माता लक्ष्मी का मंदिर लाइट की रोशनी से जगमग हो उठा। बीते शाम के वक्त दीपावली के मौके पर यहां शानदार और आकर्षक नजारा देखने को मिला। लक्ष्मी चौक से गुजरने वाले हर एक शख्स की आंखें मंदिर की सजावट औऱ लाइटिंग पर टिकी रहीं। बता दें, दीपावली को लेकर कई दिनों से यहां तैयारियां की गईं थी। लोगों ने इस खास अवसर मां की विशेष पूजा की। लक्ष्मी मां से बरकत की कामना की।