मुजफ्फरपुर में दम घुटने लगा! AQI 480 के पार, रिकॉर्ड तोड़ प्रदूषण

मुजफ्फरपुर में प्रदूषण का संकट लगातार गहराता जा रहा है। शहर की हवा ‘अति खराब’ श्रेणी को भी पार कर चुकी है और एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 450 से 480 के बीच रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। खराब हवा के कारण आम लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है और सांस संबंधी बीमारियों में इजाफा होने की आशंका है।
केंद्रीय और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार मुजफ्फरपुर का ओवरऑल AQI 470 दर्ज किया गया है, जो अब तक का सबसे गंभीर स्तर माना जा रहा है। MIT क्षेत्र में 468, समाहरणालय के पास 450, अतरदाहा में 474 और बुद्ध कॉलोनी में 482 AQI रिकॉर्ड किया गया है। ये सभी घनी आबादी और भीड़भाड़ वाले इलाके हैं, जिनमें प्रदूषण का असर बुजुर्गों और बच्चों पर अधिक देखने को मिल रहा है।
चिकित्सकों ने लोगों को मास्क पहनने, अनावश्यक बाहर न निकलने और सांस से जुड़ी दिक्कत होने पर तुरंत इलाज कराने की सलाह दी है। विशेषज्ञों के अनुसार धूल-मिट्टी, वाहन प्रदूषण, निर्माण कार्य, तापमान में उतार-चढ़ाव और हवा की गति कम होने से प्रदूषण के स्तर में तेजी से वृद्धि हुई है।
लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए जिला प्रशासन और नगर निगम अलर्ट हो गए हैं। नगर निगम की टीम प्रदूषण कम करने के लिए पानी का छिड़काव, निर्माण स्थलों की निगरानी और अन्य जरूरी कार्रवाइयों में जुट गई है। शहर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को नियंत्रित करने के उपायों को तेजी से लागू किया जा रहा है।





