मुंबई में बारिश से हाहाकार, टूट गया 107 साल का रिकॉर्ड; IMD ने जारी किया रेड अलर्ट!

महाराष्ट्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने समय से पहले दस्तक देकर तबाही मचाई है। मुंबई समेत कई हिस्सों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। मुंबई में मई में 107 साल का रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। बारामती में नहर का तटबंध टूटने से जलभराव हो गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक रेड अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश से प्याज की फसल बर्बाद हो गई है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने महाराष्ट्र में इस बार समय से पहले ही दस्तक देकर चौतरफा हाहाकार मचा दिया है। रविवार से ही मुंबई सहित राज्य के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मुंबई में मई के महीने में हुई बरसात ने 107 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है।
इस वर्ष मानसून सामान्य समय से 16 दिन पहले 26 मई को ही मुंबई में प्रवेश कर गया है। पुणे के बारामती, दौंड, इंदापुर तहसीलें और सोलापुर जिले में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है। इतनी बारिश पिछले 50 वर्षों में नहीं देखी गई। बारामती में एक नहर का तटबंध टूट जाने से जलभराव की स्थिति बन गई है।
बारिश जनजीवन को किया बुरी तरीके से प्रभावित
मुंबई महानगर में भारी बारिश से हमेशा जलभराव वाले क्षेत्रों में तो जनजीवन अस्त-व्यस्त देखा ही जा रहा है, भूमिगत मेट्रो एवं कोस्टल रोड भी पहली बारिश का कहर नहीं झेल पाया। लगभग 33 किलोमीटर लंबी मुंबई की पहली भूमिगत मेट्रो सेवा ‘एक्वा’ लाइन कुछ दिनों पहले ही आरे-जेवीएलआर से वर्ली तक शुरू की गई थी। लेकिन पहली ही बारिश में वर्ली स्टेशन तहस नहस होता दिखाई दिखाई दिया। मेट्रो सेवाएं बंद करनी पड़ीं।
तीन दिन तक जारी रहेगा बारिश का दौर
मौसम विभाग के अनुसार, बारिश का यह कहर अगले तीन दिनों तक जारी रह सकता है। इन सभी क्षेत्रों के लिए मौसम विभाग की तरफ से रेड अलर्ट जारी किया गया है। मानसून के महाराष्ट्र पहुंचने की तिथि सामान्यतया छह जून मानी जाती है। लेकिन इस बार 25 मई को ही मानसून ने राज्य के कई इलाकों में दस्तक दे दी।
दक्षिण मुंबई में कोस्टल रोड के शुरुआती बिंदु मरीन ड्राइव पर हुए जलभराव का असर मंत्रालय पर भी पड़ा। वहां भी घुटने से अधिक जलभराव देखा गया। मुंबई में कई इलाकों में जलभराव के कारण सड़क यातायात एवं लोकल ट्रेनों के अलावा हवाई सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
कई क्षेत्रों में बड़े वृक्ष गिर जाने से भी यातायात रोकना पड़ा है। बारिश का प्रभाव कोंकण के रत्नागिरि, रायगढ़ जिलों सहित संपूर्ण मुंबई में देखा जा रहा है। सोमवार को आईएमडी ने मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों के लिए आरेंज अलर्ट को रेड अलर्ट में अपग्रेड किया।
प्याज की फसल बर्बाद, बढ़ सकती हैं कीमतें
महाराष्ट्र में लगातार हो रही बारिश से प्याज के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। नासिक, पुणे, धुले, छत्रपति संभाजीनगर, सोलापुर, बीड, धाराशिव, अकोला, जालना, बुलढाणा, और जलगांव इससे काफी प्रभावित हुए हैं। इन स्थानों पर छह मई से लगातार बारिश हो रही है।
विशेष रूप से प्याज की खेती के लिए मशहूर नासिक इससे बहुत प्रभावित हुआ है। अभी इसके वित्तीय प्रभाव का आकलन नहीं किया गया है। लेकिन प्याज की फसल को हुए नुकसान को देखते हुए ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही कि आने वाले दिनों में प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ सकती हैं।
कहां कितनी वर्षा
दक्षिण मुंबई के कई हिस्सों में रविवार देर रात से सोमवार सुबह 11 बजे के बीच 200 मिमी से अधिक बारिश हुई।
कोलाबा वेधशाला ने 295 मिमी की बारिश दर्ज की, जिससे मई 1918 में 279.4 मिमी का पिछला रिकार्ड टूट गया।
आईएमडी के अनुसार, संताक्रूज में 55 मिमी, बांद्रा में 68.5 मिमी, जुहू एयरपोर्ट में 63.5 मिमी, चेंबूर में 38.5 मिमी, विक्रोली में 37.5 मिमी, महालक्ष्मी में 33.5 मिमी और सायन में 53.5 मिमी बारिश हुई।
मानसून ने आंध्र प्रदेश के रायालसीमा क्षेत्र में किया प्रवेश
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) ने सोमवार को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने राज्य के रायालसीमा क्षेत्र में प्रवेश कर लिया है। एपीएसडीएमए के एक बयान में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आंध्र प्रदेश के रायालसीमा क्षेत्र में प्रवेश किया है।
इसके राज्य के अन्य हिस्सों में विस्तार के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अरब सागर, महाराष्ट्र, कर्नाटक, और तमिलनाडु के शेष हिस्सों के साथ ही तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में और आगे बढ़ चुका है।