मिशन 2019: अलग ही राह पर चल रही कांग्रेस, अभी तक नहीं बनीं कमेटियां

लोकसभा चुनाव के लिए सियासी हलचल तेज हो चुकी है, लेकिन हरियाणा कांग्र्रेस कुछ अलग ही ढर्रे पर चल रही है। राज्य के कांग्रेसियों को एकजुट करने की हाईकमान की कोशिश जहां बेअसर साबित होने लगी, वहीं संगठन में अब तक आम कार्यकर्ताओं की सक्रियता नहीं दिख रही है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर टिकट के लिए आवेदन करने को आम कार्यकर्ताओं के हाथ बंधे हुए हैैं। उन्हें नहीं मालूम कि टिकट के लिए वे कहां आवेदन करें। कार्यकर्ताओं की इस पीड़ा के विपरीत प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर का दावा है कि राज्य भर से करीब 1200 आवेदन लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए आए हैं। मिशन 2019: अलग ही राह पर चल रही कांग्रेस, अभी तक नहीं बनीं कमेटियां

कांग्रेस में हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सिर्फ जाने-पहचाने चेहरों की ही चर्चा की हो रही है। पार्टी हाईकमान पांच लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का संकेत दे चुका तो पांच सीटों पर नाम घोषित करने की औपचारिकता अभी बाकी है। कांग्रेस में यदि कोई निचले स्तर का कार्यकर्ता अथवा पदाधिकारी टिकट के लिए आवेदन करना चाहे तो उसे यह बताने वाला कोई नहीं है कि कहां आवेदन करे।

अधिकतर राज्यों में कांग्रेस की चुनाव समिति, स्क्रीनिंग कमेटी, मीडिया कमेटी, प्रबंधन कमेटी, प्रचार कमेटी और कार्डिनेशन कमेटियों का गठन किया जा चुका है। हरियाणा में कांग्रेस के दिग्‍गज नेताओं की गुटबाजी से आजिज हाईकमान ने सिर्फ कोआर्डिनेशन कमेटी बनाकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बागडोर सौंपी है। इसके बावजूद सभी गुटों के नेता इस कमेटी के नेतृत्व में एकजुट हैं, यह दावा नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के दौरान कुलदीप बिश्नोई जहां इससे अलग रहे, वहीं कहीं सैलजा तो कहीं रणदीप और कहीं कैप्टन अजय यादव दिखाई नहीं दिए। दूसरी कमेटियों को लेकर हाईकमान अभी चुप्पी साधे हुए हैैं।

बन चुकी स्क्रीनिंग कमेटी, एक बैठक भी हो चुकी : तंवर

” कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी पहले से बनी हुई है। विधायक दल की नेता, प्रदेश अध्यक्ष, प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल इस कमेटी में हैं। इस कमेटी की एक बैठक हो चुकी और दूसरी जल्द होगी। राज्य भर से करीब 1200 आवेदन आए हैं। उन पर विचार हो रहा है। फाइनल पैनल बनाकर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे जाएंगे।

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नहीं बनी स्क्रीनिंग कमेटी, जल्द बनने की संभावना

फिलहाल सिर्फ कार्डिनेशन कमेटी बनी है। बाकी कमेटियां  बनाने की प्रक्रिया चल रही है। चुनाव समिति का तो पता नहीं लेकिन स्क्रीनिंग कमेटी बनेगी। कार्डिनेशन कमेटी बखूबी अपना काम कर रही है।

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