मां देखती रही और बेटे को गोली से उड़ा दिया, शराब पीने से रोक रहा था

शराब को हराम (वर्जित) कहते हैं। शायद इसलिए क्योंकि कहा जाता हैं कि शराब सारी बुराइयों की जड़ है। इस मामले ने भी यही निचोड़ सामने पेश किया है। यूपी के हमीरपुर में एक बाप ने शराब के लिए अपने ही बेटे को मौत के घाट उतार दिया…
मां देखती रही और बेटे को गोली से उड़ा दिया, शराब पीने से रोक रहा था
 
हमीरपुर के राठ कस्बे में मां और बेटे ने पिता को शराब पीने से रोका तो आक्रोशित पिता ने लाइसेंसी दोनाली बंदूक से बेटे को गोली मार दी। गोली उसके सिर में लगी। मौके पर ही युवक ने दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

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यहां चिकासी थाने के रिहुंटा गांव निवासी प्रधान रूपसिंह लोधी के अन्य तीन भाई दयाशंकर, मनमोहन लोधी और संतोष लोधी हैं। चारों भाई गांव में अलग-अलग रहते हैं। प्रधान का बड़ा भाई मनमोहन शराब पीने का आदी है। शुक्रवार की सुबह से ही मनमोहन लोधी अपने घर में शराब पी रहा था।

 
दोपहर करीब डेढ़ बजे मनमोहन की पत्नी गीतारानी और उसके बड़े बेटे धीरेंद्र और छोटे बेटे अतुल (17) ने शराब पीने के लिए रोका। बताया जाता है इस पर बडे़ बेटे धीरेंद्र की पिता के बीच कहासुनी हो गई। दोनों के बीच मामला इतना गहराया कि मनमोहन ने घर में रखी लाइसेंसी दोनाली बंदूक उठा ली। और फिर वो हुआ जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी…
बाप-बेटे आपस में गुत्थम-गुत्था हो गए। मनमोहन ने दोनाली बंदूक से बेटे के ऊपर फायर झोंक दिया। गोली धीरेंद्र लोधी (20) के ठुड्डी से घुसते हुए सिर से निकल गई। गोली लगते ही खून का फुव्वारा छूट पड़ा और धीरेंद्र वहीं पर गिर गया। मौके पर मौजूद छोटे बेटे अतुल ने देखा तो वह अपनी जान बचाते हुए खेतों की ओर भाग खड़ा हुआ।
 
घर पर मौजूद मां गीतारानी ने बेटे की मौत को देख गिरकर बेहोश हो गई। इसी बीच जब ग्रामीण पहुंचे तो धीरेंद्र की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंचे चिकासी थानाध्यक्ष राजेश सिंह ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने हत्यारोपी मनमोहन को मौके से गिरफ्तार कर दोनाली लाइसेंस बंदूक बरामद कर ली। प्रधान रूपसिंह ने हत्या करने की रिपोर्ट भाई के खिलाफ दर्ज कराई है। पुलिस ने धारा 302 के तहत मुकादमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी है।

मनमोहन का ठीक नहीं रहता था मानसिक संतुलन
रिहुंटा गांव निवासी मनमोहन लोधी के पास करीब 20 बीघा जमीन है। जिससे उसके परिवार का गुजर बसर होता था। मनमोहन के दो बेटे धीरेंद्र (20) और अतुल (17) हैं। हत्यारोपी के भाई रूपसिंह ने बताया कि उसके भाई मनमोहन का पिछले तीन साल से मानसिक संतुलन ठीक नहीं रहता था। जिसका ग्वालियर में इलाज चल रहा था। बताया कि उसका भाई शराब भी पीता था। गांव के बाहर अतरा रोड पर अपने परिवार के साथ रहता था। मानसिक संतुलन खराब होने के कारण चिढ़चिढ़ा हो गया है।

मृतक धीरेंद्र ने इस साल इंटरमीडिएट की परीक्षा की थी पास
मनमोहन लोधी के बड़े बेटे धीरेंद्र लोधी की अभी शादी नहीं हुई थी। वर्ष 2017 में उसने उरई के सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कालेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी। इंटर करने के बाद धीरेंद्र लोधी इस समय अपने घर पर ही रह रहा था। जबकि उसके छोटे भाई अतुल ने इस साल गोहांड के अंबेडकर जूनियर हाईस्कूल से 10वीं की परीक्षा पास की है।

गांव में पसरा मातम

रिहुंटा गांव में बाप द्वारा बेटे को गोली से उड़ा देने की घटना से ग्रामीणों में शोक व्याप्त है। बेटे धीरेंद्र की मौत पर मां गीतारानी का रोरोकर बुराहाल है। रोती बिलखती मां को ग्रामीण महिलाएं समझा बुझाती रहीं। बेटे के गम के चलते वह कभी बेहोश हो जाती तो कभी पछाडे़ खाने लगती। चिकासी थानाध्यक्ष राजेश सिंह ने बताया कि घर में शराब पीने को लेकर अक्सर पति पत्नी के बीच झगड़ा होता रहता था।

-पुलिस ने शव का कराया पोस्टमार्टम
-छोटे बेटे ने भाग कर बचाई जान
-आरोपी को पुलिस ने किया गिरफतार, बंदूक बरामद

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