महिला शिक्षिका हत्याकांड: भिवानी में पोस्टमार्टम के 12 घंटे बाद भी परिजनों ने नहीं लिया शव

भारी संख्या में परिजनों के साथ ग्रामीण भी जिला नागरिक अस्पताल पहुंचे। मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया। शहर थाना पुलिस एसएचओ सत्यनारायण ने परिजनों से बात की। लेकिन परिजन अपनी मांग पर अडिंग है।
सिंघानी में नहर के समीप महिला शिक्षिका की गला रेतकर हत्या के बाद फेंके गए शव मामले को लेकर पुलिस व परिजनों के बीच तनातनी कम नहीं हुई है। हालांकि बुधवार को शव मिलने के बाद परिजनों ने चार घंटे तक दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे जाम रखा था। इस मामले में एसआईटी गठित होने के बाद जाम खुला था। बुधवार शाम को महिला शिक्षिका के शव का चिकित्सकों के बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया, लेकिन परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया। परिजनों की मांग है कि जब तक हत्या आरोपी नहीं पकड़े जाते शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
वीरवार सुबह भारी संख्या में परिजनों के साथ ग्रामीण भी जिला नागरिक अस्पताल पहुंचे। मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया। शहर थाना पुलिस एसएचओ सत्यनारायण ने परिजनों से बात की। लेकिन परिजन अपनी मांग पर अडिंग है। दो दिन से लापता ढाणी लक्ष्मण निवासी 19 वर्षीय मनीषा का शव सिंघानी नहर के पास बाजरे के खेत में मिला था। पुलिस ने एफएसएल टीम से भी जांच कराई।
इस मामले में पुलिस की छह अलग अलग टीमें हर पहलु से जांच में जुटी हैं। लेकिन आक्रोशित परिजनों ने पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठाया था। मृतका के पिता का कहना है कि 11 अगस्त को जब उसकी बेटी लापता हुई थी, इसकी शिकायत पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते इस मामले में कुछ नहीं किया। अब भी पुलिस के हाथ खाली हैं। मामले में गठित एसआईटी हर पहलु से जांच में जुटी है।