‘महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव एमवीए के साथ मिलकर लड़ने पर अभी कोई फैसला नहीं’, चेन्निथला का बड़ा बयान

राज्य में बृहन्मुंबई नगर निगम सहित विभिन्न स्थानीय और नगर निकायों के चुनाव इस वर्ष के अंत में हो सकते हैं। कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी ने पिछले साल एमवीए के हिस्से के रूप में लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था।
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटक दल राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव एक साथ लड़ेंगे या नहीं? इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। जब उनसे पूछ गया कि क्या एमवीए के घटक दल ये चुनाव एक साथ लड़ेंगे? चेन्निथला ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करेगी। गठबंधन हो भी सकता है और नहीं भी।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, उनके चचेरे भाई और मनसे प्रमुख राज ठाकरे के हाथ मिलाने से कोई आपत्ति नहीं है। कांग्रेस नेता पार्टी की ओर से अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के लिए आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला से इतर पत्रकारों से बात कर रहे थे।
राज्य में बृहन्मुंबई नगर निगम सहित विभिन्न स्थानीय और नगर निकायों के चुनाव इस वर्ष के अंत में हो सकते हैं। कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी ने पिछले साल एमवीए के हिस्से के रूप में लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था।
क्या एमवीए के सहयोगी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए एक साथ आएंगे?
यह पूछे जाने पर कि क्या एमवीए के सहयोगी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए एक साथ आएंगे? चेन्निथला ने कहा, ‘गठबंधन हो भी सकता है और नहीं भी। हमने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। हमारी राजनीतिक मामलों की बैठक निर्धारित है, जिसमें गठबंधन के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।’
‘मनसे गठबंधन का हिस्सा नहीं’
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बीच बढ़ती नजदीकियों पर चेन्निथला ने कहा कि मनसे गठबंधन का हिस्सा नहीं है।
‘गठबंधन होगा या नहीं? इस पर हमें राजनीतिक फैसला लेना होगा’
उन्होंने कहा, ‘हमें राज (मनसे) और उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के बीच गठबंधन के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। मैं ऐसे फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता जो अभी तक नहीं हुआ है। यह उनका पारिवारिक मामला है। अगर दोनों चचेरे भाई हाथ मिलाते हैं तो हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हमसे उनका गठबंधन होगा या नहीं? इस पर हमें राजनीतिक फैसला लेना होगा।’
आदित्य ठाकरे ने क्या कहा?
चेन्नीथला की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर शिवसेना (यूबीटी) विधायक और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य के लोगों के मन में जो भी होगा, वही होगा। उन्होंने कहा, ‘देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी दलों को एक साथ आने की जरूरत है, क्योंकि अगर लोकतंत्र नहीं रहेगा, तो किसी को भी अपनी आवाज उठाने का मौका नहीं मिलेगा।’