‘महायुति स्थानीय निकाय चुनाव मिलकर लड़ेगी’, सीएम फडणवीस ने अफवाहों को लगाया विराम

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा नीत महायुति गठबंधन राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव मिलकर लड़ेगा लेकिन जहां गठबंधन नहीं हो पाया वहां दोस्ताना मुकाबला होगा। साथ ही सीएम फडणवीस ने कहा कि भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष कार्यकारी अध्यक्ष और पार्टी की चुनाव समिति स्थानीय निकाय चुनावों से संबंधित निर्णय लेने के लिए अधिकृत है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा नीत महायुति गठबंधन राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव मिलकर लड़ेगा, लेकिन जहां गठबंधन नहीं हो पाया वहां दोस्ताना मुकाबला होगा।
सिंचाई और बिजली उत्पादन परियोजनाओं का शुभारंभ करने के बाद फडणवीस मीडिया से बात कर रहे थे। बीएमसी सहित विभिन्न नगर निगमों और अन्य स्थानीय निकायों के चुनाव पिछले तीन वर्षों से लंबित हैं।
फडणवीस ने कहा कि भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष और पार्टी की चुनाव समिति स्थानीय निकाय चुनावों से संबंधित निर्णय लेने के लिए अधिकृत है।
आगे बोले कि हमने गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। जहां भी गठबंधन कारगर नहीं होगा, वहां दोस्ताना मुकाबला होगा। अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना गठबंधन की दो अन्य पार्टियां हैं।
राहुल गांधी के मैच फिक्सिंग वाले बयान पर फडणवीस का तंज
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुनाव आयोग के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाने पर कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में हार पर आत्ममंथन करने के बजाय, जनता के खारिज किए गए जनादेश को अस्वीकार कर रहे हैं।
फडणवीस ने राहुल पर देश की भावना को लगातार गलत समझने और दोषारोपण करने का आरोप लगाया। उन्होंने बार-बार गलती दोहराने का आरोप लगाते हुए कहा कि ताउम्र राहुल गांधी, आप यही गलती करते रहे, धूल चेहरे पर थी और आप आईना साफ करते रहे।
राहुल गांधी के आरोपों पर सीएम फडणवीस का बयान
राहुल गांधी के आरोपों के जवाब में फडणवीस ने अपने लेख में कहा कि कांग्रेस नेता लगातार लोकतांत्रिक प्रक्रिया और लोगों के जनादेश का अपमान कर रहे हैं। लोगों ने राहुल गांधी को खारिज कर दिया है और प्रतिशोध में वह लोगों और उनके जनादेश को खारिज कर रहे हैं। एक बार हार को स्वीकार करना और यह आत्ममंथन करना चाहिए कि आप कहां गलत हो रहे हैं, कहां लोगों से आपका संबंध कमजोर है, और इसके बारे में आपको क्या करना चाहिए, यह अधिक समझदारी होगी।