मलिहाबाद : दर्जनों घरों में घुसा बारिश का पानी, ग्रामीणों ने खड़े-खड़े गुजारी पूरी रात
मलिहाबाद। जहां एक ओर झमाझम बारिश से लोगों ने राहत की सांस तो ली है, वहीं बंजारन खेड़ा गांव में यह बारिश आफत बनकर आई है। बंजारन खेड़ा की जरीना ने अपने मासूम बच्चे को सीने से लगाकर खड़े-खड़े पूरी रात गुजार दी। जरीना के घर से खेतों का पानी होकर गुजर रहा था। घर में कहीं बैठने की जगह नहीं बची थी मजबूरी में उन्होंने मासूम को गले लगा कर खड़े-खड़े पूरी रात गुजारी।
वहीं लगभग 20 घंटे बीत जाने के बाद भी दर्जनभर घरों में पानी भरा हुआ है, जिससे घरों के चूल्हे तक नहीं जल सके हैं। इलाके ससपन निवासी रमेश सिंह चौहान ने बताया कि गांव के अंदर जाने वाला रास्ता पानी से डूबा हुआ है। रहीमाबाद के सुलेमान हुसैन ने बताया कि कस्बे में बाजार से जाने वाले रास्ते पर पानी भरा होने से काफी दिक्कत हो रही है।
ग्रामसभा जिन्दौर मजरे बंजारनखेड़ा गांव में बुधवार शाम से शुरू हुई बारिश ने कई परिवारों की नींद हराम कर दी है। गांव की रूपा, हरकुल, युसूफ ,अनवर ,बबलू ,पिपर्सन सहित एक दर्जन घरों में से होकर खेतों का पानी गुजर रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक खेत घरों के पीछे ऊंचाई पर हैं जिसके चलते पीछे से दीवार के नीचे से पानी पूरे मोहल्ले में घुस गया। जरीना बताती हैं कि वह अपने मासूम बच्चों मदीना, इलमा, जफरुल को रात भर सीने से लगाए खड़ी रही। घर में कहीं बैठने तक की जगह नहीं बची थी।
ग्रामीणों के मुताबिक लगभग 20 घंटे बीत गए हैं घरों में पानी भरा होने के कारण चूल्हे नहीं चल सके हैं। यूसुफ ने बताया कि घर में छोटे बच्चे डरे हुए हैं घरों से इस तरह से पानी गुजर रहा है जैसे नाले से पानी जा रहा हो। तेज बहाव के चलते बच्चे सहम गए थे किसी तरह उन्हें थपथपा कर सुला दिया और गोद में लेकर ही पूरी रात गुजार दी।
बंजारन खेड़ा गांव निवासी मुस्ताक बताते हैं कि लगभग दर्जनभर घरों में पानी भरा होने की वजह से चूल्हे नहीं चल सके। जिसके चलते मोहल्ले के कई लोगों ने इन सभी को खाना बनाकर दिया है ।
नालियों की सफाई ना होना भी एक बड़ी वजह
ग्रामीणों के मुताबिक सफाई कर्मी यहां काफी लंबे समय से नहीं आए हैं। जिसके चलते गांव की सभी नालियां बंद है इसी वजह से गांव का पानी गांव में ही भर रहा है नालियों के रास्ते से होकर बाहर नहीं जा पा रहा है।