‘मन की बात’ में पीएम मोदी: लैस-कैश की शुरुआत करें कैशलेस की मंजिल दूर नहीं

नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद पहली बार मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने देश की जनता को धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री ने कहा, ”जिस समय मैंने ये निर्णय किया था तब भी मैंने सबके सामने कहा था कि निर्णय सामान्य नहीं है कठिनाइयों से भरा हुआ है.”

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'मन की बात' में पीएम मोदी: लैस-कैश की शुरुआत करें कैशलेस की मंजिल दूर नहीं

लैस-कैश की शुरुआत करें कैशलेस की मंजिल दूर नहीं
पीएम मोदी ने मन की बात में कैशलेट ट्रांजेक्शन को बढ़ाने पर जोर दिया. पीएम ने कहा, ”हमारा सपना है कैशलेस सोसाइटी. ये ठीक है कि शत प्रति शत कैशलेस सोसाइटी संभव नहीं होती है लेकिन क्यों ना भारत लैश-कैश सोसाइटी की तो शुरुआत करे. एक बार अगर आज हम लैस-कैश सोसाइटी की शुरुआत करेंगे, तो कैशलेस सोसाइटी की मंजिल दूर नहीं होगी.”

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50 दिन में सब ठीक हो जाएगा
प्रधानमंत्री ने एक बार फिर 50 दिन में सब कुछ ठीक होने की बात कही. पीएम मोदी ने कहा, ”निर्णय इतना बड़ा है इसके प्रभाव से बाहर निकलने में 50 दिन तो लग जाएँगे, तब जाकर के सामान्य अवस्था की ओर हम बढ़ पाएँगे.”

पूरे विश्व की निगाहें हम हैं, हम संकल्प पूरा करेंगे
पीएम ने कहा, ”आप लोगों को भ्रमित करने के कई प्रयास चल रहे हैं, फिर भी आपने भलीभांति इसे स्वीकार किया है।” पीएम मोदी ने कहा, ”पूरे विश्व की निगाहें इस वक्त भारत की ओर हैं. पूरा विश्व देख रहा है कि सवा-सौ करोड़ देशवासी कठिनाइयाँ झेल करके भी सफलता प्राप्त करेंगे क्या?” अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, ”पूरी दुनिया के के मन में सवाल हो सकता है लेकिन भारत को विश्वास है कि देशवासी संकल्प पूर्ण करके ही रहेंगे.”

बैंक कर्मियों की भी तारीफ की
पीएम मोदी ने कहा, ”कठिनाइयों के बीच बैंक,पोस्ट ऑफिस के लोग काम कर रहे हैं और जब मानवता के मुद्दे की बात आ जाए तो वो दो क़दम आगे हैं. जन-धन योजना को बैंक कर्मचारियों ने जिस प्रकार से अपने कंधे पर उठाया था उनके सामर्थ्य का परिचय हुआ. एक बार फिर से एक चुनौती को उन्होंने लिया है मुझे विश्वास है देशवासियों का संकल्प, सबका सामूहिक पुरुषार्थ, इस राष्ट्र को नई ताक़त बनाएगा.”

सुधरों ना सुधरों लेकिन गरीब की जिंदगी से ना खेलो
पीएम ने कहा, “अभी कुछ लोग भ्रष्टाचार के पैसे को कोई ना कोई रास्ता खोज कर व्यावस्था में लगाने की फिराक में हैं. वो ऐसा करने के लिए गैर कानूनी तरीके खोज रहे हैं. दुख की बात ये है कि इसमें भी उन्होंने गरीबों के उपयोग का रास्ता चुना है. गरीबों को भ्रमित कर उनके खाते में पैसे डलवा रहे हैं. मैं ऐसे लोगों से कहना चहता हूं कि सुधरना ना सुधरना आपकी मर्जी है. लेकिन मेहरबानी करके आप गरीब की जिंदगी के साथ मत खेलिए. आप कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे मेरा प्यारा गरीब मुसीबत में फंस जाए.”

मुश्किलों को झेलने के बाद साथ दे रहे लोग
प्रधानमंत्री मोदी ने कई उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे लोग मुश्किलों को झेलने के बाद भी नोटबंदी को समर्थन दे रहे हैं. पीएम मोदी ने सूरत की उस शादी का भी जिक्र किया जिसमें बारातियों को सिर्फ चाय पिलाई गई थी. पीएम मोदी ने सूरत की जिस शादी का जिक्र किया उसकी खबर एबीपी न्यूज ने भी दिखाई थी. इसके साथ ही पीएम ने खंडवा में एक बुजुर्ग के दुर्घटना में घायल होने के बाद बैंक कर्मी की ओर से दी गई मदद का भी जिक्र किया.

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