मन की बात में पीएम मोदी ने युवाओ पर की खास बात, कहा-हमारा युवा व्यवस्था में…
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि आनेवाले दशकों में भारत के युवा अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा, “हमारा युवा व्यवस्था में विश्वास करता है, उसकी अपनी राय भी है, और जब व्यवस्था सही से काम नहीं करती है तो उसके पास सवाल भी होते हैं। मैं इसे एक अच्छी बात मानता हूं।”
पीएम मोदी ने कहा- “युवाओं को अराजकता के प्रति नफरत है। अव्यवस्था, अराजकता के प्रति उन्हें चिढ़ है। जातिवाद, परिवारवाद जैसी अव्यवस्था को वो पसंद नहीं करते हैं।”
PM Modi in #MannKiBaat: In the coming decade, young India will play a key role. Today’s youth believes in the system and also has an opinion on a wide range of issues. I consider this to be a great thing. What today’s youth dislikes is instability, chaos, nepotism. pic.twitter.com/NPKp9ASvO3
— ANI (@ANI) December 29, 2019
2019 की विदाई के साथ करेंगे नए दशक में प्रवेश
उन्होंने नए साल का जिक्र करते हुए कहा, “वर्ष 2019 की विदाई के साथ हम न सिर्फ नए साल में बल्कि नए दशक में प्रवेश करेंगे। इस दशक में देश के विकास को गति देने में वे लोग सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है।”
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प्रधानमंत्री ने आजादी का जिक्र करते हुए कहा कि देश की आजादी के लिए अनेकों यातनाएं दी गई, जिसके बाद हमें आजादी मिली है और हम आजाद जिंदगी जी रही हैं। उन्होंने कहा कि आजादी दिलाने के लिए कई लोगों ने बलिदान दिया है लेकिन, उनमें से हम कुछ ही लोगों को जानते हैं।
स्थानीय उत्पादों को दें तरजीह
प्रधानमंत्री मोदी ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए लोगों अपील की। उन्होंने कहा, “मेरा सुझाव है कि क्या हम स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों को प्रोत्साहन दे सकते हैं? क्या उन्हें अपनी खरीदारी में स्थान दे सकते हैं?”
उन्होंने कहा कि 2022 आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ऐसे में देशवासियों के हाथों की बनी चीजें खरीदने का आग्रह करता हूं। स्थानीय उत्पादों पर बल दें। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए जरूरी है कि देश के नागरिक आत्मनिर्भर बने और सम्मान से जिंदगी जी सके।
खगोल विज्ञान से भारत का पुराना संबंध
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में साल के आखिरी सूर्य ग्रहण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 26 तारीख को इस दशक का आखिरी सूर्य ग्रहण देखा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में खगोल विज्ञान का शानदार इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में खगोल-विज्ञान का प्राचीन और गौरवशाली इतिहास रहा है। आकाश में टिमटिमाते तारों के साथ हमारा संबंध उतना ही पुराना है, जितनी पुरानी हमारी सभ्यता है।
पिछले छह महीने संसद के लिए उत्पादक रहे
प्रधानमंत्री ने मन की बात में कहा कि पिछले छह महीनों में संसद के दोनों सदन बहुत ही उत्पादक रहे हैं। लोकसभा ने 114 प्रतिशत और राज्यसभा ने 94 प्रतिशत काम किया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कौशल विकास कार्यक्रम ‘हिमायत’ के तहत पिछले दो साल में 18 हजार युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। इनमें से करीब पांच हजार लोग अलग-अलग जगह नौकरी कर रहे हैं और कई स्वरोजगार की ओर बढ़ रहे हैं।