मनोहर लाल ने कहा- सुप्रीम कोर्ट से मिला स्थायी समाधान, पढ़े पूरी खबर

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय स्थायी समाधान है और इस ऐतिहासिक निर्णय से रामजन्म भूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण निश्चित तौर पर हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय शनिवार को नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में सुना और यहीं से पूरे राज्य के जिला उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से कानून-व्यवस्था पर नजर रखी।

मुख्यमंत्री बुधवार सायं से ही नई दिल्ली में हैं। असल में मुख्यमंत्री को नए मंत्रिमंडल विस्तार पर भाजपा हाईकमान की मुहर लगवानी है। बहुप्रतीक्षित अयोध्या निर्णय के चलते पिछले दो दिन में मुख्यमंत्री की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात नहीं हो सकी है।

हरियाणा में 27 अक्टूबर को दिवाली के दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शपथ ली थी। मगर अभी तक मनोहर लाल के मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो सका है। सूत्र बताते हैं कि मंत्रिपरिषद के नए सदस्यों के नाम मनोहर लाल और दुष्यंत चौटाला ने तय कर लिए हैं। इन नामों पर संघ व पार्टी की प्रांतीय टीम से मुहर भी लगवा ली है, मगर अंतिम मुहर पार्टी हाईकमान से लगवानी है। सीएम की अभी तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात नहीं हो पाई है। शाह से मुलाकात होते ही मनोहर मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख तय हो जाएगी।

सीएम ने दिल्ली से ही रखी हरियाणा पर नजर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली में ही बैठकर हरियाणा पर नजर रखी। सुबह 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट में जब अयोध्या पर निर्णय सुनाया जा रहा था तब सीएम और प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने हरियाणा भवन में बैठकर पूरे निर्णय की जानकारी ली। इस निर्णय से पहले और बाद में मुख्यमंत्री ने डीजीपी व मुख्य सचिव सहित कुछ जिला उपायुक्तों से भी बातचीत की।

निर्णय के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया के समक्ष कहा कि राज्य में सामान्य तौर पर आपसी सौहार्द और भाईचारा बना रहता है मगर फिर भी व्यवहारिक तौर पर कुछ सावधानियां रखनी होती हैं। उन्होंने कहा कि समाज में शांति समितियां बनी हुई हैं। इन समितियों ने प्रदेश भर में सौहार्द बनाए रखने में काफी बेहतर कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या पर फैसला आने से दोनों समुदाय संतुष्टि के भाव में हैं।

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